चार महीने पहले ही मृतका के पति की हुई थी मौत
एसपी देहात रणविजय सिंह ने बताया कि 10 जुलाई को सूरजपुर थाना क्षेत्र के बेगमपुर गांव से एक महिला के आत्महत्या करने की सूचना मिली। इस पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में ले लिया। उसकी पहचान हुस्नारा के रूप में हुई। पुलिस मामले में जांच ही कर रही थी। इसी दौरान मृतका के रिश्तेदारों ने हुस्नारा के आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या किये जाने का शक जाहिर किया था। महिला के हत्या का शक उसके परिवार वालों पर ही जताया गया था। जिसके बाद पुलिस ने मामला संदिग्ध देखते हुए मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पीएम रिपोर्ट में महिला की गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई। जिसके बाद पुलिस ने जांच की तो हत्याकांड का खुलासा हुआ।
मां ने बहनोई ने बताया इसलिए की थी बेटी की हत्या
पुलिस ने शक होने पर मृतका हुस्नारा की मां और बहनोई से अलग अलग कड़ी पूछताछ की। इसमें खुलासा हुआ कि मां और बहनोई ने मिलकर हुस्नारा की करोड़ों रुपये की संपत्ति हड़पने के लिए हत्या की वारदात को अंजाम दिया। मृतका की मां दनकौर के रजपुरा निवासी बानो ने बताया कि बेटी हुस्नारा के पति की चार महीने पहले बीमारी के चलते मौत हो गई थी। हुस्नारा के खाते में 42 लाख रुपए और बेगमपुर में उसके दो मकान हैं। उन्हें पता चला था कि विधवा बेटी हुस्नारा परिवारिक भतीजे से शादी करने की तैयारी में थी। हुस्नारा की दूसरी शादी से उसकी सभी संपत्ति भतीजे के नाम चली जाती। इसी लिए मां और बहनोई सगीरुद्दीन ने मिलकर हुस्नारा की हत्या की वारदात को अंजाम दिया। इतना ही नहीं आरोपियों ने हत्या को आत्महत्या दिखाने के लिए उसके शव फंदे पर लटका दिया था।