प्रदेश में हुर्इ स्टडी में सामने आए ये डेथ प्वाइंट प्रमुख सचिव परिवहन अराधना शुक्ला ने बताया कि उत्तर प्रदेश में प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग, परिवहन विभाग और ट्रैफिक विभाग की टीमों से हाल ही में एक सर्वे कराया गया था। इसमें पूरे प्रदेश में उन प्वाइंट्स को छाटने के लिए कहां गया था, जहां पर सबसे ज्यादा हादसे होते हैं। एेसे में सभी टीमों के सर्वे में प्रदेश में 1058 प्वाइंट्स सामने आए। इनमें 11 प्वाइंट गौतमबुद्धनगर आैर 16 गाजियाबाद में चिन्हित किये गये हैं। इसके साथ ही सभी जगहों पर हादसों के कारणाें का भी पता लगाया जा रहा है।
हादसे रोकने के लिए करेंगे काम विभागीय अधिकारियों की मानें तो हादसों से लोगों को बचाने के लिए पहचाने गए इन डेथ प्वाइंट्स पर यह देखा जा रहा है कि वहां हादसे क्यों होते हैं। एेसे में हादसों को रोकने के लिए इन जगहों पर जरूरत के हिसाब से फुटआेवर ब्रिज, अंडरपास, लालबत्ती, इंडीकेटर व यू-टर्न के अलावा रोड आैर चौराहों को मैपिंग देखकर कर ठीक कराया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी प्राधिकरण को सौंपी गर्इ है। आपको बता दें कि इन प्वाइंटों पर पिछले दो साल में 1943 दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। इनमें 1446 लोग घायल हो चुके हैं, जबकि 749 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
इन जगहों से निकलें जरा संभलकर – डीएनडी रोड – महामाया फ्लार्इआेवर – नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे – सेक्टर-44 एमिटी स्कूल के सामने – एल्डिको कट – जीरो प्वाइंट परी चौक
– यमुना एक्सप्रेसवे सलारपुर – यमुना एक्सप्रेसवे भार्इपुर कट – एक्सप्रेसवे दनकौर – चिटेहरा गांव – यमुना एक्सप्रेसवे जेवर