यह भी पढ़ें-
अखिलेश यादव के करीबी अतुल प्रधान समेत दर्जनों सपाइयों को पुलिस ने किया गिरफ्तार नोएडा के सेक्टर-107 स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय को घेरकर पुलिस अधिकारी सपा कार्यकर्ताओं को पदयात्रा नहीं निकालने के लिए मनाने में जुटे रहे। पुलिस के अधिकारियाें ने एकत्रित कार्यकर्ताओं से स्पष्ट कह दिया कि 6 दिसंबर से जिले में धारा 144 लागू की गई है, जिसके चलते किसी प्रकार के धरना प्रदर्शन के लिए लोगों को एक जगह इकट्ठा होने की इजाजत नहीं है। बता दें कि उत्तर प्रदेश आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 2 की उप धारा (जी) के अंतर्गत कोविड-19 के कारण फैल रही महामारी को आपदा घोषित किया गया हैद्ध इस संबंध में संशोधित गाइडलाइन्स भी जारी की गई है। जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को कारण की धारा 144 लगाई गई है। वहीं समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि सरकार किसानों की आवाज़ को दबा नहीं सकती है। उन्हाेंने कहा कि भाजापा जब भी कोई कार्यक्रम करती है तो कोरोना नहीं होता है, लेकिन जब किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी उन्हें जागरूक करने के लिए पद यात्रा निकालना चाहती है, तब हमें कोरोना का भय दिखाया जाता है।
सपा के नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार जबरन किसानों पर यह काले कानून को थोपने में लगी है। जिसका समाजवादी पार्टी विरोध करती है और किसानों को समर्थन देने और लोगों को जागरूक करने के लिए पद यात्रा निकालना चाहती थी, लेकिन धारा 144 लागू होने का हवाला देकर उनकी पदयात्रा को रोका गया है। सलारपुर गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।