इस दौरान कांग्रेस महानगर नोएडा अध्यक्ष मुकेश यादव ने कहा कि जिस तरह पिछले कई दिनों से पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी हो रही है। उससे आम जनता बहुत ही परेशान हो चुकी है। यदि केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल को भी अन्य वस्तुओं की तरह जीएसटी के दायरे में ले आती तो आज इनके दाम आधे हो गए होते। इसलिए हम लोग इस अभियान को चलाकर राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन पर लोगों के हस्ताक्षर कर रहे हैं। इस ज्ञापन को सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा राष्ट्रपति को भेजा जाएगा और मांग की जाएगी की जल्द से जल्द इस पर संज्ञान लिया जाए।
वहीं कांग्रेस के विक्रम सेठी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से अच्छे दिन का वादा किया था। लेकिन आज लोगों को मंहगाई की मार से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जब केंद्र में कांग्रेस थी तो तब भी डीजल-पेट्रोल के दामों में इतनी बढ़ोतरी नहीं हुई। लेकिन आज हर कोई बढ़ते दामों से परेशान है। बता दें कि 16 जून को केंद्र सरकार द्वारा पूरे देश में तेल के दामों में रोजाना बदलाव की नीति को लागू किया गया है। जिसके शुरुआती दो हफ्ते में तो पेट्रोल-डीजल के दामों में गिरावट देखने को मिली थी। लेकिन उसके बाद से अब तक दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।