अन्य दलों को साथ आने की अपील उन्होंने कहा कि मोदी ने जो विकास का नारा दिया है। उसे जनता ने नकार दिया। चार साल के भाजपा कार्यकाल में मोदी ने जनता को धोखे के अलावा और कुछ नहीं दिया। जिसका नतीजा है कि प्रदेश की जनता ने इन दोनों उपचुनाव में भाजपा को नकार दिया। उन्होंने कहा कि आने वाले 2019 में सपा और बसपा गठबंधन की जीत होगी। सपा के नेता ने कहा कि हमारे साथ और भी पार्टियां आए तो भाजपा को हराना कोई बडी बात नहीं है। भाजपा बहुत कमजोर पार्टी है। यह राम और सीता के सहारे से उभरी पार्टी है। इस पार्टी का अपना कोई वजूद नहीं है। भाजपा के नेता और कार्यकर्ता मौकापरस्त हैं। इससे बड़ी नाकामी इस पार्टी की और क्या होगी कि एक मुख्यमंत्री और एक उपमुख्यमंत्री अपने ही क्षेत्र की जनता के हाथों बुरी तरह से हार गए। शाहिद मंजूर ने कहा कि दोनों को नैतिकता के आधार पर हार स्वीकार करते हुए अपने पद से त्यागपत्र देना चाहिए। भाजपा को उसके गढ में ही सपा ने मात दे ही। उन्होंने कहा कि बसपा ने हमारा साथ दिया इसके लिए बहन
मायावती का वह तहे दिल से शुक्रिया अदा कर रहे हैं। बहन जी के साथ समाजवादी कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढेगी। इससे भाजपा जैसी देशद्रोही पार्टी को हराने में मदद मिलेगी। उन्होंने अन्य दलों से भी साथ मिलकर चुनाव लड़ने का आहवान किया।
सपा-बसपा जिंदाबाद के लग रहे नारे सपा और बसपा के गठबंधन को मिली जीत पर सपा और बसपा के कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल है। मेरठ में जगह-जगह बसपा और सपा कार्यकर्ता आपस में गले में हाथ डालकर एक-दूसरे के लिए जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं। साथ ही मोदी-योगी मुर्दाबाद के नारे भी लग रहे हैं। समाजवादी के कद्दावर नेता और सपा सरकार में मंत्री रहे शाहिद मंजूर भी सपा की इस जीत से उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि यह मोदी के नाकामियों का नतीजा है, जो जनता ने उन्हें फूलपुर और गोरखपुर में दिया है।