राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों, सासंदों, विधायकों, राज्यपालों, जजों आदि का टीकाकरण लाइव करवाया जाए। साथ ही इनके टीकाकरण अभियान का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करके कोरोना वैक्सीन पर भरोसा बढ़ाया जा सकता है ।
-राकेश कुमार कारगवाल, हनुमानगढ़
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कोरोना वैक्सीन जब डॉक्टरों, कार्मिकों, जन प्रतिनिधियों, व्यापारियों आदि को सबसे पहले लगाई जाए। साथ ही इस अभियान के प्रचार-प्रसार का जिम्मा फिल्मी सितारों को दिया जाए, तो आमजन में स्वत: ही भावना जागेगी और वह टीका लगवाने के लिए तैयार हो जाएगा। मीडिया को भी इस अभियान में शामिल किया जाए।
-ओम हरित फागी, जयपुर
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कोरोना टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए लोगों की टीके से जुड़ी सारी शंकाओं को दूर करना होगा और वैक्सीन के प्रति आमजन का भरोसा पैदा करना होगा। इसके लिए स्वयं प्रधानमंत्री, मंत्री गण, राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आगे आकर पहले खुद का टीकाकरण करवाना चाहिए।
-प्रवीण सैन, जोधपुर
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कोराना वैक्सीन पर भरोसा बढ़ाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि उसे बनाने वाले वैज्ञानिक स्वयं लोगों को उसके बारे में जानकारी दें। साथ ही आवश्यक है कि जन प्रतिनिधि, नेता और सरकारी अधिकारी वैक्सीन के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाएं।
-आकाश मेहता, शाहबाद, बारां
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वैक्सीन को लेकर जो भ्रम फैलाया जा रहा है, उससे बचना आवश्यक है। सरकार और वैज्ञानिकों पर भरोसा रखें। वैक्सीन से जुड़े समाचार की पहले पुष्टि करें, फिर ही उस पर विश्वास करें। भ्रम और भ्रांतियां से बचना जरूरी है।
-यशु पुरा, खरगोन, मध्य प्रदेश
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कोरोना वैक्सीन को लेकर जनता में जागरूकता फैलानी चाहिए। प्रशासनिक अधिकारियों, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों एवं जनप्रतिनिधियों को आगे आकर स्वयं पर वैक्सीन लगवानी चाहिए, जिससे आमजन में वैक्सीन के प्रति विश्वास पैदा होगा । अन्यथा उनके अन्दर अजीब सा डर समाया रहेगा ।
-दीपसिंह दूदवा, जालोर
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सभी राज्य सरकारों को राज्य की आम जनता को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया, टेलीविजन, प्रिंट मीडिया व सामाजिक संस्थाओं का सहयोग लेना चाहिए। किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान नहीं देने की अपील करनी चाहिए। राज्यों में जहां भी वैक्सीनेशन सेंटर बनाए गए हैं, वहां का टेलीफोन नम्बर सार्वजनिक किया जाना चाहिए, जिससे लोग आसानी से वैक्सीन से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकें।
-आलोक वालिम्बे, बिलासपुर, छत्तीसगढ़
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हमें वैज्ञानिकों की दक्षता पर पूरा भरोसा करना चाहिए। पहले भी टीकों को लेकर सवाल उठते रहे हैं। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में पल्स पोलियो का टीका लगवाने का कुछ लोगों ने विरोध किया था, तब वहां की सरकार को धर्म गुरुओं की मदद लेनी पड़ गई थी। बाद में लोगों के समझ में आया कि विरोध करना ठीक नहीं था। स्पष्ट है कि कोरोना वैक्सीन पर भरोसा करना ही समझदारी है।
-प्रियंका पाटनी, भीलवाड़ा
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कोरोना वैक्सीन को तैयार करने के लिए हमारे देश के वैज्ञानिकों और डॉक्टरों ने दिन-रात मेहनत की है। इसलिए हमें इस पर जरा भी शक नहीं करना चाहिए और न ही इस वैक्सीन को लेकर भ्रामक बयानों पर ध्यान देना चाहिए। अफवाहों से बचना चाहिए।
-राजेश कुमार चौहान, जालंधर
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पहले भी खतरनाक बीमारियों को खत्म करने में वैक्सीन कामयाब रही हैं। कोरोना वैक्सीन विकसित करने के लिए पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई गई है। यह वैक्सीन सभी चरणों पर खरी उतरी है। स्वदेशी वैक्सीन विकसित करके वैज्ञानिकों ने भारत का पूरे विश्व में मान बढ़ाया है। इस पर सवाल उठाने का कोई कारण नहीं र्है।
-डॉ.माधव सिंह, श्रीमाधोपुर, सीकर
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समाज के प्रबुद्ध तथा प्रतिष्ठित व्यक्तियों को अपने वैक्सीनेशन के वीडियो वायरल करने चाहिए। साथ ही उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, जो इसके दुष्प्रचार में लगे हुए हैं।
-एकता शर्मा, गरियाबंद, छत्तीसगढ़
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हमारे देश के महान वैज्ञानिकों ने मेहनत करके कोरोना से लड़ाई के लिए स्वदेशी वैक्सीन तैयार की। यह अन्य देशों के मुकाबले बहुत ही सस्ती है। इस मसले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, क्योंकि दुनिया के कई देश वैक्सीन को लेकर भारत सरकार से गुहार लगा रहे हैं। वैक्सीन पर भरोसा होगा, तभी तो वे देश भारत से आस लगाए बैठे हैं।
-मुरलीधर बोडाना, उज्जैन, मप्र
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कोरोना वैक्सीन पर भरोसा बढ़ाने का एकमात्र उपाय है कि राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक जैसे प्रभावी लोग आगे बढ़कर ना केवल टीकाकरण करवाएं, बल्कि टीकाकरण के बाद आम जनता को टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहित भी करें।
-हेमा हरि उपाध्याय, खाचरोद, उज्जैन, मप्र
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देश और राज्य के प्रमुख पहले इस वैक्सीन को लगवाएं और इसका प्रचार किया जाए। राज्य में जिला और गांव के प्रमुख अधिकारी जनता के बीच जाकर इस वैक्सीन की पूरी जानकारी दें। अफवाहों पर रोक लगाएं, तो जनता वैक्सीन पर जरूर भरोसा करेगी।
-राजकुमार सिंह परमार, जिगना, दतिया, मप्र