कोरोना टीके से जुड़ी अफवाहों को रोकने के लिए समाचार पत्रों, टीवी और यूट्यूब के माध्यम से जागरूकता अभियान चलना चाहिए। जगह-जगह नुक्कड़ नाटकों का आयोजन करके कोरोना के टीके से होने वाले लाभ के बारे में बताना चाहिए। इससे लोग अफवाहों से बच सकेंगे।
-सुरेंद्र बिंदल, जयपुर
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पूरा संसार कोरोना नामक महामारी से जूझ रहा है। अब जब इस बीमारी का टीका बन गया है, तो इसे लेकर अफवाहें फैलाई जा रही हैं। ऐसी बातें ओछी मानसिकता वाले लोग करते हैं। इस मसले पर किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए और कोई भ्रम नहीं फैलाना चाहिए।
-कैलाश चन्द्र मोदी, सादुलपुर, चूरू
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कोविड-19 महामारी के चलते दुनिया भर में लाखों लोगों की मौत हो गई । अब जब इस बीमारी से बचने के लिए वैक्सीन को मंजूरी मिल गई है, तो इसका स्वागत होना चाहिए। यह सब वैज्ञानिकों की मेहनत फल है। ऐसे मौके पर भी कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं। अफवाहों को रोकने के लिए जागरूकता का अभियान जरूरी है।
-मुकेश जैन चेलावत, पिड़ावा
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कोरोना की वैक्सीन के रूप में करोड़ों देशवासियों को नए साल का तोहफ़ा मिला है। टीके को लेकर अफवाहें भी फैल रही हैं। इसलिए प्रधानमंत्री ने टीकाकरण को लेकर अफवाहों से बचने के उपायों का सख्ती से पालन करने पर जोर दिया है। टीके वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत के बाद बाजार में लाए जाते हैं। ऐसे में टीकाकरण से जुड़ी अफवाहों से भयभीत होने की जरूरत नहीं है। हम टीकाकरण को सफल बना कर महामारी को हरा सकते हैं ।
-स्मृति श्रीवास्तव, सूरत
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कोरोना टीका एक उम्मीद की किरण की तरह है। मुश्किल यह है कि सोशल मीडिया पर अफवाहों का सिलसिला भी शुरू हो गया है । इससे निपटने के लिए सरकार को टीके के सकारात्मक परिणामों के बारे में प्रचार-प्रसार करना चाहिए, ताकि जनता तक सही जानकारी पहुंच सके। अफवाह फैलाने वालों को कड़ी सजा जरूरी है, ताकि लोग भ्रमित ना हों।
-ममतापुरी, जोधपुर
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कोरोना टीके से जुड़ी अफवाहों को विराम देने में मीडिया की भूमिका अहम मानी जा सकती है। संचार के विभिन्न माध्यमों जैसे अखबार, दूरदर्शन व मोबाइल के जरिए कोरोना टीके की सही तस्वीर पेश की जा सकती है, जिससे आम व्यक्ति इसे सकारात्मक रूप से अपना सके।
-मनोज कुमार जैन, टोंक
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कोरोना के टीके की प्रभावशीलता और साइड इफैक्ट को लेकर जनता में आशंकाएं हैं। इसे दूर करने के लिए बड़े पद पर आसीन व्यक्ति, खिलाड़ी, अभिनेता एवं अन्य चर्चित हस्तियों को टीका लगवाने की पहल करनी चाहिए। साथ ही सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर भी निगरानी रखने की जरूरत है। लोगों की आशंका के समाधान के लिए एक हेल्पलाइन भी शुरू करनी चाहिए।
-मस्तराम मीना, सवाईमाधोपुर
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टीके से जुड़ी अफवाहों को जिला प्रशासन रोक सकता है। अगर कोई अफवाह फैलाता है, तो जिला प्रशासन शीघ्र कानूनी कार्रवाई करे, जिससे जनता में भ्रम ना फैले।
-ओम प्रकाश शर्मा, कांकरोली
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टीके के संबंध में जनता को सही जानकारी दी जाए। यह समझना चाहिए कि कोरोना की जो वैक्सीन बनी है, वह लोगो की जान बचाने के लिए बनाई गई है। इसके महत्त्व को जानकर लोगों को इसके बारे सही जानकारी दी जानी चाहिए।
-शैलेंद्र गुनगुना, झालावाड़
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कोरोना वैक्सीन लोगों की जिंदगी बचाने में अहम भूमिका निभाएगी। इसके बावजूद वैक्सीन को लेकर अफवाहें फैलाई जा रही हैं। ऐसा करके लोग अपना भी नुकसान कर रहे हैं। अफवाहों पर ध्यान न दें और जो लोग अफवाह फैला रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
-प्रीति चन्द्रा, रायपुर, छत्तीसगढ़
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कोरोना टीके से जुड़ी अफवाहों से लोगों को बचाने के लिए सरकार भी एक व्यवस्था बना रही है। केन्द्र सरकार ने एक डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाने की योजना बनाई है। इस पर लोगों को टीके से जुड़ी सभी जानकारियां मिल सकेंगी। जैसे वैक्सीन किस कम्पनी ने बनाई है? किन लोगों को वैक्सीन पहले लगाई जाएगी? किन इलाकों में टीकाकरण अभियान कब शुरू होगा? ये सभी जानकारियां इस डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आसानी से मिल जाएंगी। इसकी मदद से अफवाहों पर लगाम संभव है।
-पल्लव टेलर, डूंगरपुर
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कोरोना टीके से जुड़ी अफवाहों को रोकने के लिए टीके के सम्बन्ध में ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार किया जाए। लोगों को इस टीके के सम्बन्ध में आवश्यक जानकारी दी जाए। मीडिया भी इसका खूब प्रचार करे।अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जरूरी है।
-डॉ. अशोक, पटना, बिहार