scriptक्या अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बंद करना जरूरी हो गया है ? | Is it necessary to stop international flights? | Patrika News
ओपिनियन

क्या अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बंद करना जरूरी हो गया है ?

पत्रिकायन में सवाल पूछा गया था। पाठकों की मिलीजुली प्रतिक्रियाएं आईं, पेश हैं चुनिंदा प्रतिक्रियाएं।

Jan 10, 2022 / 05:55 pm

Gyan Chand Patni

क्या अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बंद करना जरूरी हो गया है ?

क्या अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बंद करना जरूरी हो गया है ?

विदेशों में ज्यादा है संक्रमण
कोरोनावायरस के संक्रमण को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को तत्काल प्रतिबंधित कर देना चाहिए। विश्व के विभिन्न देशों में कोविड-19 का प्रकोप है। यह बीमारी भारत से कहीं ज्यादा दूसरे कई देशों में तेजी से फैली हुई है। ऐसी स्थिति में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बंद करना जरूरी है।
-सतीश उपाध्याय, मनेंद्रगढ़ कोरिया
…………………………..
उड़ानों पर प्रतिबंध का औचित्य नहीं
माना की विदेश से आए कई यात्रियों में कोरोना संक्रमण का पता चला है, परन्तु अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को पूरी तरह से बंद करना समस्या का स्थायी हल नहीं हो सकता। कोरोना काल में भारत की अर्थव्यवस्था पर बहुत बड़ी चोट पड़ी है। देश के विभिन्न क्षेत्रों से लोग विदेशों में रहकर व्यापार, चिकित्सा और अन्य कई माध्यमों से भारत की सेवा ही कर रहे हैं। ऐसे में विदेशी उड़ानों पर प्रतिबंध लगाना सही नहीं होगा।
-जे.के.कसेर, दुर्ग
…………………………
उडाने बंद करना समय की जरुरत
जिस प्रकार पश्चिम के देशों में कोरोना के मामलों की बाढ़ सी आई हुई है, उसको ध्यान में रखते हुए अगर सरकार अंतरराष्ट्रीय उडानों को बंद करने का फैसला लेती है, तो यह देशहित में बड़ा फैसला होगा। इससे सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित होगी।
-वेलाराम देवासी, लुन्दाडा, पाली
………………
सीमित पर्यटन
भारतीय अर्थव्यवस्था की जीडीपी में पर्यटन उद्योग की भूमिका किसी से छुपी नहीं है। पिछले 2 वर्ष से यदि किसी उद्योग पर सबसे अधिक कोरोना की मार पड़ी है, तो वह पर्यटन उद्योग ही है। जब अर्थव्यवस्था के अनेक क्षेत्र खुले हुए हैं, तो हमें पर्यटन को भी कुछ सख्त नियम, शर्तों तथा कोरोना प्रोटोकॉल के साथ छूट देनी चाहिए। सरकार को इस क्षेत्र के लिए विशेष राहत पैकेज की घोषणा करनी चाहिए।
-एकता शर्मा, गरियाबंद, छत्तीसगढ़
……………………
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बंद किया जाए
ओमिक्रॉन की भयावहता को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बंद करना जरूरी है। दूसरे देशों से आने वाले यात्रियों से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, जो सभी के लिए घातक सिद्ध होता है। सरकार को इसके लिए आवश्यक कदम उठाते हुए इन उड़ानों को बंद कर देना चाहिए, जिससे संक्रमण को रोका जा सके।
-बिहारी लाल बालान, लक्ष्मणगढ़, सीकर
………………………..
कुछ समय तक रोक जरूरी
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को अब बंद करने की जरूरत है। यह सही है कि बड़ी संख्या में भारत के लोग विदेश जाते हैं और वापस आते हैं। इसलिए उनकी परेशानी का भी ध्यान रखना आवश्यक है, पर कुछ समय के लिए तो उड़ानों को बंद कर देना चाहिए। इससे संक्रमण की रफ्तार में कमी आ सकती है।
-असमीत कौर, कोरबा, छत्तीसगढ़
…………………….
लड़ाई में मिलेगी मदद
कोरोना महामारी ने पूरे विश्व को अपनी गिरफ्त में ले रखा है। हालात का देखते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को कुछ समय के लिए बंद करना जरूरी है। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को कुछ समय तक स्थगित रखा जाए, तो महामारी के खिलाफ लड़ाई में मदद मिलेगी।
राजेंद्र कुमार शर्मा, मीठापुर, गुजरात
…………………………….
जांच पर रहे ध्यान
कोरोना से हालात खराब तो हैं, पर इतने बेकाबू नहीं हैं कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बंद किया जाए। उड़ानों के बंद होने से जरूरी कार्य वाले यात्रियों को बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उड़ानों को बंद करने की बजाय यात्रियों की कोरोना जांच पर ध्यान देना चाहिए।
-मधुरा व्यास, उदयपुर
…………………….
ताकि नियंत्रित रहे कोरोना
भारत में तेजी से बढ़ते कोरोना को ध्यान में रखते हुए अंतरराष्ट्रीय सभी उड़ानों पर रोक लगाना ही सरकार का उचित कदम होगा। पहले भी कोरोना संक्रमण का एक कारण अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रहीं। कोरोना स्वत: ही फैलता है, पर इसको विस्तार देने की मुख्य भूमिका मानव की ही होता है।
-अरुण भट्ट, रावतभाटा
………………….
पुख्ता इंतजाम जरूरी
वर्तमान स्थिति पर गौर किया जाए तो कोरोना के केस तीसरी लहर की आशंका जता रहे हैं। इस लहर से बचाव के लिए हमें पुख्ता इंतजाम करने चाहिए, जिसमें अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बंद करना शामिल होना ही चाहिए। इससे नए स्ट्रेन का खतरा कम होगा और महामारी को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
-अरविंद रघुवंशी, विदिशा, मप्र
……………………….
हालात नहीं बेकाबू
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बंद करना जरूरी नहीं है, क्योंकि हालात बेकाबू नहीं हैं। सजगता और चिकित्सा सुविधा को मजबूत करके ही हम कोरोना से लड़ सकते हैं। वायरस की रोकथाम के नाम पर अफरा-तफरी नहीं होनी चाहिए।
-बबली देवी, श्रीमाधोपुर
…………………..

अब भी समय है
पहले भी गलती हुई थी और कोरोना संक्रमण बेकाबू हो गया था। अब फिर ओमिक्रॉन तेजी से पैर पसार रहा है। अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा को बंद किया जाए, क्योंकि जो खबरें आ रही है उसमें इनके यात्री कोरोना पॉजिटिव ज्यादा निकल रहे हैं। इटली से आई फ्लाइट में यही तथ्य सामने आया। अब भी समय है कि हम सख्त कदम उठाएं।
-साजिद अली, इंदौर
……………………
सावधानी में सभी का हित
कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं। कोरोना के इस वैरिएंट के बारे में माना जा रहा है कि यह वैक्सीनेटेड लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। ऐसे में अधिक सावधानी रखते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द करना जरूरी है। एक देश से दूसरे देश में आवागमन से संक्रमण का अधिक खतरा है। सावधानी में ही सभी का हित है।
-अजिता शर्मा, उदयपुर
……………………
अब तो जागो सरकार
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को कुछ समय पहले ही बंद कर देना चाहिए था। देश में तीसरी लहर की दस्तक का प्रमुख कारण ये उड़ानें ही हैं। जब जागो, तब सवेरा वाली बात है। अब भी सरकार जागे और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगाए।
-संजय जाजू, भीलवाड़ा
………………….
जरूरी है रोक
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर जल्द से जल्द रोक लगनी चाहिए। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए यह बहुत ही जरूरी हो गया है। विदेश से लोग आते रहते हैं, जिससे नए मामलों में वृद्धि होती है। इस पर रोक लगाना अनिवार्य है।
-छाया जायसवाल, कोरबा, छत्तीसगढ़

Home / Prime / Opinion / क्या अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बंद करना जरूरी हो गया है ?

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो