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नेतृत्व : जीवन-स्पर्शी और सरल हो संचार

संचार के प्रति एक रणनीतिक दृष्टिकोण अपनाने से प्रबंधकों को उनकी समग्र उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिलती है।

नई दिल्लीNov 23, 2021 / 08:56 am

Patrika Desk

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प्रो. हिमांशु राय
(निदेशक, आइआइएम इंदौर)

संचार कौशल और क्षमताएं किसी व्यक्ति के व्यक्तिगत प्रयासों में मजबूती देने के साथ संगठनों में लोगों के साथ सुगम तरीके से कार्य करने की सुविधा प्रदान करती हैं। मीटिंग करना, प्रस्तुतीकरण देना, ईमेल भेजना, ग्राहकों के प्रश्नों के उत्तर देना और उनकी आवश्यकताओं को समझने आदि के लिए प्रभावी संचार की आवश्यकता सर्वव्यापी है। नेतृत्व मुख्य रूप से लोगों के जीवन को स्पर्श करने, उनसे जुडऩे और समझने पर आधारित है। रणनीति तो इसमें मात्र एक सहायक है। अधिकांश लोग सफल नेतृत्व के लिए संचार को आवश्यक ‘योग्यता’ मानते हैं, किन्तु यह वास्तव में नेतृत्व का एक अनिवार्य ‘घटक’ है। संचार के प्रति एक रणनीतिक दृष्टिकोण अपनाने से प्रबंधकों को उनकी समग्र उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिलती है।

नेतृत्व संचार के तीन आयामों की समझ प्रबंधकों व लीडरों को लोगों को प्रेरित करने और उन्हें एकजुट करने के प्रयासों को सशक्त बनाने में मदद कर सकती है:

1. व्यक्तिगत जुड़ाव: औपचारिक पेशेवर वातावरण में संचार करने के बावजूद सभी व्यक्तियों के साथ उनके व्यक्तित्व का एक तत्व जुड़ा होता है। प्रबंधक अपने सहकर्मियों और अधीनस्थों के साथ एक व्यक्तिगत संबंध बनाने में सक्षम होते हैं, उनकी हर बातचीत में अपने विश्वास, जुनून या चिंता को सूक्ष्मता से प्रदर्शित करते हैं, प्रामाणिकता लाते हैं और तालमेल विकसित करते हैं। वे अपने साथ काम कर रहे लोगों को मूल्यवान और हर निर्णय और कार्य में शामिल महसूस कराते हैं।

2. बेहतर भविष्य की उम्मीद: एक प्रबंधक सदा बेहतर कल की आवश्यकता पर ध्यान देता है। दृष्टि एक प्रबंधक को परिभाषित करती है, और इस दृष्टि को अन्य लोगों के साथ साझा करना, उन्हें जोडऩा ही एक लीडर की सफलता तय करती है। परिवर्तनकर्ता के रूप में, लीडरों को अपने अधीनस्थों को एकजुट होने और एक आशाजनक भविष्य की दिशा में काम करने के लिए प्रोत्साहित करने और एक साथ एक लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सहमत करने की जरूरत है।

3. कहानी से करें विचार संप्रेषित: मूल्यों को प्रसारित करने का सबसे शक्तिशाली माध्यम रहा है कहानियां। तंत्रिका विज्ञान में अध्ययन से संकेत मिलता है कि सभी मनुष्य अपने मस्तिष्क और विचारों को कहानियों के माध्यम से अच्छी तरह से व्यक्त और आत्मसात करते हैं। अनुभवी लीडर संगठनात्मक कार्यों और भूमिकाओं को एक बड़े आख्यान या चित्र से जोड़कर यही शैली अपना सकते हैं, जिसमें हर कोई एक भूमिका निभाता है। कहानियां अंतत: संगठनों के विश्वास और मूल्यों को व्यक्त करने और संगठनात्मक संस्कृति में योगदान देने का एक महत्त्वपूर्ण उपकरण बन जाती हैं।

अनुभव और प्रयोग के जरिए प्रबंधक और लीडर संचार के लिए अपनी अनूठी शैली और रणनीति बनाते हैं लेकिन मूलभूत सिद्धांतों और आयामों के बारे में जागरूक होने पर ही एक स्थिर शुरुआत हो सकती है। एक लीडर को यह समझना चाहिए कि संचार एक गंतव्य नहीं, बल्कि एक यात्रा है।

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