तप को साधन बनाएंगे, विशुद्धि को लक्ष्य रखेंगे तो तप का लाभ होगा। सांसारिक सामग्री की वांछा रखने पर तप साधन होकर भी बाधक बन सकता है। वांछा न होने पर आत्मा निखर उठता है, कर्म मल छूट जाता है। तप का अर्थ है अशुद्ध से शुद्ध बनने का उपाय। अशुद्ध पदार्थ को शुद्ध बनाने के लिए तपाया जाता है।