बताते चलें कि इसी वर्ष जनवरी में कैपिटल हिल पर बवाल और हिंसा के बाद फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब समेत तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने उन्हें प्रतिबंधित कर दिया था। इसके बाद ट्रंप ब्लॉग पर अपने विचारों को साझा कर रहे थे। आखिरी दिन उनके विचारों को फेसबुक और ट्विटर पर केवल 1,500 टिप्पणियां मिलीं या उन्हें शेयर किया गया। यह ऐसे व्यक्ति के लिए चौंका देने वाली गिरावट है जिसके हर ट्वीट पर हजारों प्रतिक्रियाएं आती थीं। ट्रंप के एक सलाहकार नाम का खुलासा न करने की शर्त पर कहते हैं कि ट्रंप अभी भी कुछ प्लेटफॉर्म शुरू करना चाहते हैं, पर अभी समय तय नहीं है।
ट्रंप के प्रवक्ता जेसन मिलर के अनुसार, ब्लॉग के पेज का नाम ‘फ्रॉम द डेस्क ऑफ डॉनल्ड जे ट्रंपÓ था। यह ब्लॉग हमारे व्यापक प्रयासों के लिए सहायक था। ऑनलाइन डेटा के विश्लेषण से पता चलता है कि ब्लॉग ने बहुत ही कम विजिटर्स को आकर्षित किया। इस रिपोर्ट के तीन दिन बाद ट्रंप ने दावा किया कि उनकी ‘बहुत ही बुनियादी साइटÓ बहुत ही अच्छा कर रही है। अगर उन्हें ट्विटर और फेसबुक से बैन नहीं किया गया होता तो उनकी साइट और भी बेहतर ढंग से लोगों को आकर्षित कर सकती थी। इस प्रतिबंध के चलते वह अपने 8 करोड़ 8० लाख ट्विटर फॉलोअर और 3.5 करोड़ फेसबुक फॉलोअर को एक्सेस नहीं कर पाए।
ट्रंप ने बिना किसी स्रोत का हवाला देते हुए यह भी कहा कि उनके लाखों समर्थकों ने ट्विटर और फेसबुक का इस्तेमाल बंद कर दिया था क्योंकि वे बहुत ही उबाऊ और अप्रिय हो गए थे। हालांकि, डेटा के अनुसार ट्रंप के पद से हटने के बाद यह आंकड़ा बढ़ा ही है। अब ट्रंप की हर ब्लॉगपोस्ट को इंटरनेट से हटा दिया गया है। पुराना लिंक अब एक वेबपेज पर रिडायरेक्ट करता है, जिसमें लोगों से ट्रंप के अभियान मेलिंग सूची में अपने संपर्क की जानकारी देने का आग्रह किया जाता है।
द वॉशिंगटन पोस्ट