महिला वर्ग में ये पहुंची सेमीफाइनल में
स्ट्रांजा कप में स्वर्ण जीतने वाली 51 किग्रा भारवर्ग में पूर्व जूनियर विश्व चैम्पियन निखत जरीन ने पूर्व विश्व चैम्पियन कजाकिस्तान की नज्म काजेबे को 5-0 से मात दी तो 37 साल की सरिता देवी ने कजाकिस्तान की रिम्मा वोलोसेंको को 3-2 से हराया।यह पूर्व विश्व चैम्पियन का छठा एशियाई चैम्पियनशिप पदक होगा। इससे पहले वह 2003, 2005, 2008 और 2010 में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं, जबकि 2001 में रजत पदक हासिल किया था।
54 किग्रा भारवर्ग में मनीषा मौन ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। वह अपने पहली कोशिश में ही सेमीफाइनल में पहुंच गई हैं। उन्होंने फिलीपींस की पेटेसियो नीइस जा को 5-0 से हराया।
64 किग्रा भार वर्ग में सिमरनजीत कौर ने वियतनाम की हा थी लिन्ह को 4-1 से हराया। 23 साल की इस खिलाड़ी ने पिछले साल विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था।
पुरुष वर्ग में अंतिम चार का सफर करने वाले रहे ये
पुरुषों के 60 किग्रा भारवर्ग में शिवा थापा ने स्थानीय खिलाड़ी रुजाकरन जुनट्रांग को 5-0 से हराया। इसके साथ वह एशियाई चैम्पियनशिप में लगातार चार पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गए। वह इससे पहले 2013 में स्वर्ण, 2017 में रजत और 2015 में कांस्य जीत चुके हैं।
75 किग्रा भारवर्ग में आशीष कुमार ने किर्गिस्तान के उलू बी को 5-0 से हराया। 69 किग्रा में भी भारत के एक और मुक्केबाज आशीष ने एकतरफा जीत के साथ अंतिम-4 में प्रवेश किया। उन्होंने वियतनाम के त्रान थो को हराया।
91 किग्रा से अधिक के भारवर्ग में सतीश कुमार ने कोरिया के दोहयेयोन किम को 3-2 से हराकर अंतिम चार में अपना स्थान सुरक्षित कर लिया। इसके साथ ही इस चैम्पियनशिप में उन्होंने अपना दूसरा पदक पक्का कर लिया है। वह इससे पहले 2015 में कांस्य पदक जीत चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने 2018 राष्ट्रमंडल खेल में भी रजत पदक जीता था।
महिला और पुरुष दोनों वर्ग में मिली एक-एक हार
इस टूर्नामेंट में इतनी जीतों के बीच महिला और पुरुष दोनों वर्ग में एक-एक बॉक्सर को हार मिली। 2018 राष्ट्रमंडल खेल के कांस्य पदक विजेता नमन तलवार को दो बार के एशियाई चैम्पियन जार्डन के हुसैन लासियाह ने 5-0 से हराया। इसके अलावा 75 किग्रा महिला वर्ग में नुपुर को उत्तर कोरिया की पाक उन सिम ने हराया।