मेन्स सीरीज फाइनल्स भुवनेश्वर में छह जून से प्रतिष्ठित कलिंगा स्टेडियम में शुरू होगा। मेजबान टीम को ग्रुप-ए में रूस, पोलैंड और उज्बेकिस्तान के साथ रखा गया है। वहीं जापान, मेक्सिको, अमेरिका और साउथ अफ्रीका को ग्रुप-बी में जगह दी गई है।
पिछले साल ब्रेदा में हुए एफआईएच चैम्पियंस ट्रॉफी में आखरी बार भारत की जर्सी पहनने वाले स्टार स्ट्राइकर रमनदीप सिंह घुटने की चोट से जूझने के बाद पूरे नौ महीने बाद टीम में वापसी कर रहे हैं।
भारतीय कोच ग्राहम रीड ने कहा, “मैं भारत के मुख्य कोच के रूप में पहले एफआईएच टूर्नामेंट को लेकर काफी उत्सुक हूं। एफआईएच मेन्स सीरीज़ फाइनल्स ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करने के उद्देश्य से बहुत महत्वपूर्ण है।”
रीड ने कहा, “हमनें एक संतुलित टीम का चयन किया है जिसमें रमनदीप सिंह और वरुण कुमार शामिल हैं। रमनदीप चोट के बाद वापसी कर रहे हैं जबकि वरुण को ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए आराम दिया गया था। सुमित और अमित रोहिदास की भी डिफेंस में वापसी हुई है, वे पेनल्टी कॉर्नर में भी बेहतरीन हैं। फारवर्ड लाइन को घातक बनाने के लिए सिमरनजीत को भी टीम में शामिल किया गया है।”
भारतीय हॉकी टीम अपने पहले पहल में रूस का सामना करेगी।
भारतीय हॉकी टीम इस प्रकार है:
गोलकीपर: पीआर श्रीजेश और कृष्णा बी पाठक।
डिफेंडर: हरमनप्रीत सिंह, बीरेंद्र लाकरा, सुरेंद्र कुमार, वरुण कुमार, अमित रोहिदास और गुरिंदर सिंह।
मिडफील्डर: मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, विवेक सागर प्रसाद, सुमित और नीलकांता शर्मा।
फारवर्ड: मनदीप सिंह, आकाशदीप सिंह, रमनदीप सिंह, गुरसाहिबजीत सिंह और सिमरनजीत सिंह।