अमित रोहिदास को पीला कार्ड दियाए जाने को बताया गलत
मेजबान टीम के कोच ने नीदरलैंड के खिलाफ खेले गए र्क्वाटर फाइनल मैच के अंतिम क्वार्टर में रक्षक अमित रोहिदास को अंपायर की ओर से पीला कार्ड दिखाए जाने के निर्णय को गलत बताया। उन्होंने कहा कि पीला कार्ड दिखाए जाने के कारण रोहिदास पांच मिनट के लिए मैदान से बाहर हो गए और तब भारतीय टीम को मजबूरन 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा। इसके बाद भारत ने मजबूरी में बिना देरी किए अपने गोलकीपर पीआर श्रीजेश को बाहर बाहर कर अतिरिक्त स्थानापन्न खिलाड़ी अंदर लिया था। इससे भारतीय रक्षकों पर काफी दबाव आ गया था। बता दें कि उस समय भारत 2-1 से पीछे चल रहा था।
प्रशंसकों से मांगी माफी
भारतीय टीम के कोच हरेंद्र सिंह ने कहा कि वह सबसे पहले भारत के लोगों से माफी मांगना चाहता हैं, क्योंकि उनकी टीम अपेक्षित निर्णय नहीं दे पाई। इसके बावजूद वह इसे आसानी से नहीं ले रे हैं। अगर वह बेहतर नहीं होना चाहते तो हमें ऐसे नतीजे मिलते रहेंगे।
कहा- अंपायरों की गलती के कारण हारे
भारतीय टीम के मुख्य कोच ने कहा कि वह सिर्फ विश्वकप की ही बात नहीं कर रहे हैं। अम्पायरों की गलती के कारण इस साल यह दूसरा मुख्य टूर्नामेंट है, जिसमें हार का सामना करना पड़ा। कोच ने यह भी कहा कि हमें हार स्वीकार करनी होगी, लेकिन एफआइएच के कुछ विभाग को बेहतर होने की जरूरत है। आप अहंकारी होकर अम्पायरिंग नहीं कर सकते। महासंघ, खिलाड़ी और कोच एक टूर्नामेंट में काफी समय लगाते हैं, लेकिन एक गलत निर्णय उनके 4-6 वर्षो की मेहनत पर पानी फेर देता है।
कप्तान ने भी उठाया सवाल, लेकिन अधिकारिक शिकायत से किया इनकार
भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने भी कोच की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि अम्पायरों को बेहतर होने की जरूरत है। उनकी वजह से हम दो मुख्य टूर्नामेंट हारे और लोग हमसे पूछते हैं कि भारतीय हॉकी बेहतर क्यों नहीं हो रही और टीम हमेशा हारती क्यों है। हालांकि भारतीय कप्तान ने यह भी कहा कि वह आधिकारिक शिकायत करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि शिकायत करने से क्या लाभ होगा। हम मैच हार चुके हैं।
नीदरलैंड ने किया भारत को बाहर
बता दें कि गुरुवार को भारत का हॉकी वर्ल्ड कप जीतने का सपना टूट गया। वह टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में नीदरलैंड के हाथों 2-1 से हार कर विश्व कप से बाहर हो गई। नीदरलैंड्स के लिए थिएरी ब्रिंकमान और मिंक वान देर वीर्डन ने गोल किया तो भारत की ओर से एकमात्र गोल आकाशदीप सिंह कर सकें।