शतरंज मुकाबलों में मिले दो स्वर्ण-
पारूल के बाद भारतीय एथीलीटों ने शतरंज मुकाबलों में स्वर्णिम प्रदर्शन किया। शतरंज में भारत को किशन गांगुली ने व्यक्तिगत रैपिड 6-बी 2/ बी 3 पुरूष स्पर्धा में और जेनिथा एंटो ने महिला व्यक्तिगत रैपिड पी 1 स्पर्धा में स्वर्ण पदक दिलाया। जेनिथा का इन खेलों में यह तीसरा पदक है। उन्होंने इससे पहले व्यक्तिगत स्टैंडर्ड पी 1 स्पर्धा और महिला टीम स्टैंडर्ड पी 1 स्पर्धा में क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते थे।
पारूल ने थाईलैंड की कामताम वांडी को हराया-
भारत ने शतरंज में दो स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य सहित कुल पांच पदक जीत लिये हैं। भारत को बैडमिंटन में पारूल परमार दलसुखभाई ने महिलाओं की ङ्क्षसगल्स एस एल 3 स्पर्धा में स्वर्ण पदक दिलाया। भारत ने बैडमिंटन में एक स्वर्ण और 3 कांस्य पदक सहित कुल 4 पदक जीत लिये हैं। पारूल ने फाइनल में थाईलैंड की कामताम वांडी को लगातार गेमों में 21-9, 21-5 से हराकर स्वर्ण पदक जीता।
11 स्वर्ण सहित 58 हुई कुल पदकों की संख्या-
भारत की अब कुल पदक संख्या 11 स्वर्ण, 17 रजत और 30 कांस्य सहित कुल 58 पदक पहुंच गयी है। चीन ने 150 स्वर्ण का आंकड़ा भी पार कर लिया है। उसके अब 155 स्वर्ण सहित 288 पदक हो चुके हैं। पैरा एथलेटिक्स में भारत को दो कांस्य पदक हाथ लगे। दीपा मलिक ने डिस्कस थ्रो एफ 51/52/53 स्पर्धा में कांस्य पदक और निधि मिश्रा ने महिला डिस्कस थ्रो एफ 11 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। भारत को साइक्लिंग में गुरलाल सिंह ने पुरूषों की सी4 व्यक्तिगत परस्यूट 4000 मीटर स्पर्धा में कांस्य पदक दिलाया।