एमपी वीरेंदर के हाथों मिला सम्मान-
गौरव शर्मा को यह अवार्ड लेबर पार्टी से मेंबर ऑफ पार्लियामेंट वीरेंदर शर्मा के हाथों मिला। वीरेंदर हाउस ऑफ कॉमन्स के सदस्य हैं, उन्होंने गौरव को भविष्य में होने वाली प्रतियोगिताओं के लिए शुभकामना दी। इस कार्यक्रम का आयोजन 26 अक्टूबर को ब्रिटिश पार्लियामेंट में एनआरआई वेलफेयर सोसाइटी ऑफ इंडिया(यूके चैप्टर) द्वारा आयोजित किया गया था।
अवार्ड मिलने पर बोले गौरव-
गौरव ने अवार्ड मिलने पर बताया कि, “यह सिर्फ एक पुरस्कार नहीं है, यह मेरे लिए मनोबल बढ़ाने वाला है। मैं इस यादगार पल के लिए भारत के एनआरआई वेलफेयर सोसाइटी का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है और मैं भारत के लिए अधिक से अधिक पदक जीतने का वादा करता हूं।”
भारत में खेल को बढ़ाना चाहते हैं गौरव-
उन्होंने कहा, “मैं भारत में पॉवरलिफ्टिंग की लोकप्रियता में वृद्धि करना चाहता हूं। हमारे देश में इस खेल में काफी संभावनाएं हैं और हमारे पास कई भारतीय पावरलिफ्टर्स हैं जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा जीती है।” उन्होंने आगे जोड़ा, “प्रशिक्षण के अलावा मैं अपने जिम में युवाओं को भी मार्गदर्शन करता हूं। मैं अभी कुछ और सालों तक प्रतिस्पर्धा करना चाहता हूं। लेकिन जब मैं रिटायर हो जाऊंगा, तो मैं खुद को पूरे भारत में इस खेल को और लोकप्रिय बनाने के लिए राष्ट्रीय संघ के साथ कोचिंग और खेल से जुड़े काम के लिए समर्पित करूंगा।”
दुनिया भर में हासिल की है सफलता-
गौरव शर्मा खिलाड़ी होने के साथ ही दिल्ली के चांदनी चौक में एक मंदिर के महंत भी हैं। 17 साल की उम्र में पॉवरलिफ्टिंग की शुरुआत करने वाले गौरव ने इस साल की शुरुआत में यूरोपीय चैम्पियनशिप में दो स्वर्ण पदक जीत थे। उन्होंने 242 किलोग्राम के लिफ्ट के साथ एक नया विश्व रिकॉर्ड भी स्थापित किया था। दिल्ली के इस धाकड़ एथलिट ने इंग्लैंड में 2016 विश्व पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भी दो स्वर्ण पदक जीते थे। इससे पहले उन्होंने 2007 में, न्यूज़ीलैंड में राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीते थे। गौरव, द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता कोच भूपिंदर धवन के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग करते हैं।