पहले हाफ में हुए दो गोल –
इसके बाद, पहले क्वार्टर में कोरिया ने भी अच्छा खेल दिखाया और 10वें मिनट में कोरिया ने युरिम ली की ओर से पेनाल्टी कॉर्नर पर किए गए गोल के दम पर स्कोर 1-1 से बराबर कर लिया। दूसरे क्वार्टर में काफी समय तक दोनों टीमें गोल के लिए संघर्ष करती रहीं। हालांकि, 27वें मिनट में कप्तान रानी ने गोल दागकर भारतीय टीम को 2-1 की बढ़त दी।
गुरजीत ने गोल कर दिलाई बढ़त –
कोरिया ने तीसरे क्वार्टर की शुरुआत के बाद अगले ही मिनट में जुनगियोन सियो के फील्ड गोल से एक बार फिर स्कोर 2-2 से बराबर कर लिया। इसी समय गुरजीत कौर ने गेंद को अपने पास लिया और सीधा गोल करते हुए भारत को 3-2 की बढ़त दे दी। इस बढ़त को भारतीय टीम ने अच्छे डिफेंस के साथ चौथे क्वार्टर की समाप्ति तक बनाए रखा और अंत में 3-2 से जीत हासिल की।
पिछले मैच में भी मिली थी जीत-
इससे पहले एशियाई चैंपियन भारतीय टीम ने इस टूर की शुरूआत जीत के साथ थी। पिछले मैच में भारत ने 1-0 की जीत दर्ज की। यह मैच भारतीय कप्तान रानी रामपाल के लिए यादगार मैच था। कारण कि ये उनका 200वां हॉकी मैच था। इस मैच में भारत की तरफ से एकमात्र गोल लालरेमसियामी ने किया।
दसवें नंबर पर भारतीय टीम –
इस वक्त हॉकी रैंकिंग में भारतीय टीम दसवें और दक्षिण कोरिया नौवें नंबर पर है। पिछले वर्ष रानी रामपाल की अगुआई में भारतीय महिला हॉकी टीम ने एशिया कप अपने से उंची रैंकिंग वाली चीन को फाइनल मुकाबले में 5-4 से पेनाल्टी शूटआउट में हराया था। इस जीत के बाद भारतीय महिला हॉकी टीम ने वर्ष 2018 महिला हॉकी विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर लिया था।