हाफिज के वकील ने कहा कि वो एक धार्मिक इंसान हैं और इस्लाम के मुताबिक जिंदगी जीते हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने यूनाइटेड नेशन में उनपर गंभीर और झूठे आरोप लगाए हैं, इसलिए उनको 10 करोड़ रुपए के मानहानि का नोटिस भेजा गया है।बता दें पिछले दिनों पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि हाफिज सईद और उसका आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा देश के लिए मुसीबत बन चुका है। इसके साथ ही इसका ठिकरा उन्होंने अमरीका पर फोड़ा था
ख्वाजा आसिफ ने न्यूयॉर्क में कहा कि हाफिज सईद और उसका आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा देश के लिए मुसीबत बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि हमें हाफिज सईद जैसे आतंकियों के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। ये लोग पिछले 20 सालों से आपके प्रिय थे। ये व्हाइट हाउस में खाते पीते थे। अब आप कह रहे हैं कि पाकिस्तानियों तुम नर्क में जाओ क्योंकि तुम ऐसे लोगों का पोषण कर रहे हो।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की हालत देखकर उन्हें दुख पहुंचता है। एशिया सोसायटी सेमिनार में बोलते हुए आसिफ ने कहा कि इस बोझ से छुटकारा पाने के लिए हमें समय चाहिए। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि ये बहुत आसान है कि आप पाक पर हक्कानी, हाफिज सईद और लश्कर-ए-तैयबा को सपोर्ट करने के आरोप लगाएं। हम तो कहते आए हैं कि इस तरह के लोग और संगठन हमारे देश पर बोझ हैं।
वहीं ख्वाजा आसिफ ने अफगानिस्तान को लेकर बेहद चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि आतंकवादियों की घुसपैठ रोकने के लिए अफगानिस्तान के साथ प्रभावी सीमा प्रबंधन जरूरी है। एक रिपोर्ट के मुताबिकआसिफ ने कहा कि अमरीका युद्ध के माध्यम से अफगानिस्तान मसले को नहीं सुलझा सकता। पाक विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि अफगानिस्तान में 16 साल से चल रहे युद्ध से स्पष्ट है कि अफगानिस्तान में शांति बहाली केवल बातचीत के जरिए ही संभव है।
यही नहीं पाक विदेश मंत्री आसिफ ने कहा कि अफगान क्षेत्र में पाकिस्तान पूरी तरह से शांति चाहता है। लेकिन कुछ अफगान नेता अपने निजी स्वार्थ के चलते इस युद्ध को खत्म नहीं होने देना चाहते। आतंकवाद के मसले पर पाकिस्तान में आतंकवादियों को पनाह दिए जाने के आरोपों खारिज करते हुए मंत्री ने कहा कि अफगानिस्तान आतंकवादियों का सुरक्षित पनाहगाह है।