एक इंटरनेशन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, कराची पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मलिर राव अनवर ने दावा किया कि आतंकवादी खुर्शीद तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) प्रमुख मुल्ला फजलुल्ला का चचेरा भाई है, इसी ने ही मलाला और पाकिस्तानी सेना पर हमले किए थे।
खुर्शीद ने बताया कि कराची के कैदाबाद पुलिस स्टेशन पर बम हमले का भी आरोपी भी यही आतंकी था। अनवर ने कहा कि मारे गये आतंकवादी टीटीपी के सदस्य थे। क्वेटा नगर के निकट सदफ सोसायटी में आतंकियों से मुठभेड़ हुई थी। तालिबानी आतंकवादियों द्वारा लड़कियों की पढ़ाई पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद मलाला ने स्कूल जाना बंद नहीं किया तो इसी वजह से मलाला पर आतंकी हमला किया गया था।
मलाला के स्कूल जाने से नाराज आतंकियों ने 9 अक्टूबर 2012 में स्कूल से लौट रही मलाला यूसुफजई पर हमला कर दिया था जिसमें वह गम्भीर रूप से घायल हो गई थी। इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए तालिबान ने कहा था कि उसने मलाला के अहिंसा, धर्म और तालिबान विरोधी विचारों के कारण उस पर हमला किया था। मानवाधिकार और विशेषकर महिलाओं की शिक्षा को लेकर मुखर नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला युसुफकाई के बाद यह एक अन्तरराष्ट्रीय आंदोलन का रूप ले चुका है।