दरअसल, संयुक्त राष्ट्र महासभा के नए अध्यक्ष वोल्कान बोजकिर ( UNGA President Volkan Bozkir ) सोमवार को पाकिस्तान दौरे पर इस्लामाबाद पहुंच रहे हैं। इस दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ( Pakistan Foreign Minister Shah mehmood qureshi ) भारत के खिलाफ बोजकिर के सामने कश्मीर मुद्दे को उठाने की तैयारी कर रहे हैं।
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प्रधानमंत्री इमरान खान ( PM Imran Khan ) ने खुद इसके संकते दिए हैं कि UNGA अध्यक्ष के सामने पाकिस्तान कश्मीर का मुद्दा फिर से उठाएगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत को बदनाम करने और अपनी गिरती छवि को बचाने के लिए इमरान सरकार UNGA अध्यक्ष के सामने कश्मीर मुद्दा उठाएगी।
तुर्की के हैं UNGA के नए अध्यक्ष
आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के नए अध्यक्ष तुर्की ( Turkey ) के हैं। 21 जून को तुर्की के वोल्कान बोजकिर को UNGA का नया अध्यक्ष चुना गया। UNGA के अध्यक्ष बनने वाले वे तुर्की के पहले नागरिक हैं। बोजकिर सितंबर से अपना पदभार संभालेंगे। उनका कार्यकाल एक साल का होगा।
पदभार संभालने से पहले बोजकिर का पाकिस्तान दौरा काफी अहम है। यही कारण है कि इमरान खान इस मौके को गंवाना नहीं चाहते हैं। पाकिस्तान के विदेशमंत्री शाह महमूद कुरैशी ( Pakistan Foreign Minister Shah mehmood qureshi ) बोजकिर के साथ चर्चा करेंगे। कुरैशी ने कहा है कि पाकिस्तान UNGA के नए अध्यक्ष बोजकिर के सामने कश्मीर का मसला रखेगी और भारतीय सेना की ओर से लोगों पर किए जा रहे अत्याचारों के बारे में बताएंगे।
कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के साथ तुर्की
आपको बता दें कि इससे पहले कई बार पाकिस्तान दुनिया के अलग-अलग मंचों पर कश्मीर मुद्दा उठाया है, लेकिन हर जगह से मायूसी ही हाथ लगी है और मुंह की खानी पड़ी है। इसके बावजूद पाकिस्तान बाज नहीं आ रहा है। हालांकि कई ऐसे देश हैं जिन्होंने पाकिस्तान का समर्थन किया, जिसमें तुर्की भी एक है।
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इससे पहले बीते साल सितंबर में UNGA में चर्चा के दौरान तुर्की ने कश्मीर का मामला उठाते हुए पाकिस्तान का समर्थन किया था। राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोगन ( President Recep Tayyip Erdogan ) ने कहा था कि दक्षिण एशिया की स्थिरता और समृद्धि को कश्मीर से अलग नहीं किया जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र में अपने भाषण में एर्दोगन ने कहा था कि संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के बावजूद भारतीय कश्मीर में ’80 लाख लोग फंसे हुए हैं।’
एर्दोगन ने आगे कहा था 72 साल पुराने कश्मीर मुद्दे को न्याय और निष्पक्षता के आधार पर बातचीत के जरिए हल किया जाना चाहिए। बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और एर्दोगन के बीच संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74 वें सत्र के मौके पर मुलाकात के बाद यह टिप्पणी सामने आई थी।