इस दल के लोगों से बात करने पर उनका कहना था सभी जोड़ों का विवाह सूरत के व्यवसायी महेश भाई सवानी ने करवाया है। उन्होंने ही सभी को घूमने के लिए भेजा था। इस पर पहले वे
जयपुर पहुंचे। वहां से कुल्लू मनाली, अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में दर्शन करने के बाद बाबा रामदेव के दर्शन करने रामदेवरा गए थे। वहां से वापस सूरत लौटते समय पाली के घुमटी स्थित मंदिर पर भोजन व दर्शन करने रुके है। यहां उनका पार्षद जीतू भाई व कमल अग्रवाल आदि ने स्वागत किया।
अब तक करवाई 1200 शादियां
इस ग्रुप में शामिल लोगों ने बताया कि महेश भाई अब तक 1200 जोड़ों का विवाह करवा चुके है। वे विवाह के बाद भी लड़का-लड़की की जिम्मेदारी उठाते हैं। उनके जीवन में किसी तरह की तकलीफ होने पर तुरन्त उनकी सहायता के लिए तैयार हो जाते हैं।
पिता की तरह फर्ज निभाते
महेश भाई सवानी के भतीजियों के विवाह से पहले ही उनके भाई का निधन हो गया। इस पर उन्होंने अपनी भतीतियों का कन्यादान किया। इसके बाद वर्ष 2008 से ऐसी लड़कियों का विवाह कराने लगे जिनके पिता नहीं थे। वे विवाह में लड़कियों को बेटी की तरह सभी जरूरी सामान देते हैं। बेटियों के लिए दस लाख रुपए तक की एफडी भी करवाते हैं। जिससे बेटियों को जीवन में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। उनका कहना है कि जिनके पिता नहीं है। उन बेटियों का पिता मैं हूं। वे हर त्योहार पर इन बेटियों के घर मिठाई व अन्य सामग्री भी भेजते है।