तीन माह पहले जब रीछ ने एक सप्ताह में आधा दर्जन लोगों पर हमला कर दिया था, तब जोधपुर से रेस्क्यू टीम को बुलाया गया था। ये टीम पांच दिन तक भटकती रही लेकन रीछ को काबू नहीं कर पाई। ऐसे में थकहार ये टीम जोधपुर लौट गई। दुबारा आज तक न तो ये टीम लौटी न ही टीम को बुलाने के प्रयास किए गए।
सेंदड़ा वन क्षेत्र के लालपुरा, टांडा तालाब, चांग, धोलिया सहित अन्य गांवों में रीछ डेढ़ दर्जन लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर चुका है। इससे इन गांवों में हालात ये हैं कि दिन ढलते ही लोग घरों में दुबक जाते हैं। किसान रात्रि में फसल सिंचाई के लिए नहीं जा पा रहे हैं।
ये बात सही है कि रीछ गांव बदल-बदल कर लोगों पर हमला कर रहा है। हमारे पास एक ही पिंजरा है। जिसे अलग-अलग गांवों में रखवा रीछ को काबू करने का प्रयास कर रहे हैं। रेस्क्यू टीम को सूचना दे रखी है। –राजेन्द्रसिंह, रेंजर, वन क्षेत्र सेंदड़ा