ऐसे मिलती है जानकारी
आरटीई के तहत फर्जी प्रवेश रोकने के लिए पोर्टल पर निजी स्कूलों के विद्यार्थियों की जानकारी ली गई थी। इसके तहत पोर्टल पर विद्यार्थी का नाम, माता-पिता का नाम, विद्यार्थी की जन्म तिथि के साथ आधार पंजीयन संख्या भरवाई। इस पर एक ही आधार नंबर पर प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की जानकारी सामने आई।
रोक दिया भुगतान
आरटीई के तहत निजी स्कूलों में पढ़ने वाले जिन विद्यार्थियों का दोहरा नामांकन मिला। उन स्कूलों को आरटीई के तहत दी जाने वाली पुनर्भरण राशि रोक दी है। सत्यापन के बाद स्थिति स्पष्ट होने पर उनको भुगतान किया जाएगा। नामांकन दोहरा मिलता है तो पुनर्भरण की अब तक दी राशि को वापस भी वसूला जा सकता है।
सत्यापन की नहीं पहुंची सूचना
निदेशालय की ओर से दोहरे नामांकन वाली सूचियां संयुक्त निदेशक व जिला शिक्षा अधिकारियों को भेज दी थीं। इसके बावजूद अधिकांश जिलों से सत्यापन कर सूची वापस निदेशालय नहीं भेजी है। इसे लेकर हाल ही वापस निदेशालय की ओर से सूची मांगी गई है। वैसे प्रदेश में केवल एक जिले ने ही सत्यापन कर सूची निदेशालय भेजी है।
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हर जिले से नाम
पाली, जालोर व सिरोही जिले में ऐसे 610 विद्यार्थी हैं, जिनके दोहरे नाम सामने आए हैं। अधिकारियों को ऐसे हालात प्रदेश के हर जिले में देखने को मिले हैं।
पाली, जालोर व सिरोही में इतने मिले दोहरे नामांकन
जिला- प्रारंभिक शिक्षा विभाग-माध्यमिक शिक्षा विभाग
पाली:123-62
जालोर: 245-134
सिरोही: 35-11
सत्यापन कर सूची मांगी
निदेशालय की ओर से दोहरे नामांकन की सूचियों का सत्यापन कराने के लिए जिलों में भेजा था। जिलों से सत्यापन सूची मिलने पर निदेशालय भेजी जाएगी।
-चन्द्रप्रकाश जायसवाल, संयुक्त निदेशक, शिक्षा मंडल, पाली
सूचियों का करवाया सत्यापन
निदेशालय की ओर से दोहरे नामांकन वाले विद्यार्थियों की सूची उपलब्ध कराई थी। जिसका सत्यापन करवाया है। सत्यापन के बाद सूची संयुक्त निदेशक को प्रेषित की है।
– मदन पंवार, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक, मुख्यालय, पाली