शहर के सैकड़ों लोग बुधवार को पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव से मिले। उन्होंने आरोप लगाया कि स्वयं को परिषद के कार्मिक बताते हुए अनाधिकृत रूप से कुछ लोग दुकान में घुसे तथा रुपयों व मिठाई की मांग की। ओमप्रकाश के स्टॉफ जोगेन्द्रसिंह ने मिठाई के रुपए मांगे तो उनके साथ मारपीट की तथा गल्ले में रखे रुपए ले लिए। उन्होंने आरोप लगाया कि किसी षड्यंत्र के तहत दुकानदार व उसके स्टाफ के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया तथा दुकान में घुसकर मारपीट करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। ज्ञापन सौंपते समय एडवोकेट चन्द्रभान राजपुरोहित, हुकमसिंह, संदीपसिंह राजपुरोहित, राजूसिंह, गजेन्द्रसिंह, घनश्यामसिंह, महेन्द्रसिंह, चन्द्रपाल सिंह, हुकमसिंह सहित कई जने उपस्थित रहे।
इधर, सफाईकर्मियों व वाल्मीकि समाज के लोगों ने जिला कलक्टर, पुलिस अधीक्षक व नगर परिषद आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। जिसमें बताया कि पॉलीथिन की थैलियां जप्त करने गए नगर परिषद कार्मिकों के साथ दुकानदार ने मारपीट की।
जिससे सफाईकर्मियों में रोष है। ज्ञापन सौंपते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि दुकान की निविदा ओमप्रकाश प्रजापत के नाम से जारी की गई जबकि इसका संचालन कोई ओर कर रहा है। नगर परिषद द्वारा केवल भूमि तल के संचालन लिए दुकान दी गई थी लेकिन प्रथम तल से ऊपर अवैध रूप से निर्माण कर संचालन किया जा रहा हैं। उन्होंने आरोपितों को जल्द गिरफ्तार नहीं करने, दुकान की निविदा निरस्त करने एवं अवैध निर्माण ध्वस्त करने की मांग की। ऐसा नहीं होने की स्थिति में सफाईकर्मियों ने पेनडाउन व अनशन पर जाने की चेतावनी दी। ज्ञापन सौंपते समय राजेन्द्र घावरी, मदन तेजी, विक्रम चंदानी, बादलसिंह मेड़तिया, हरीश गुंद, चरणदास आदिवाल, विनोद तेजी, जगाराम गुजराती सहित कई सफाईकर्मी उपस्थित रहे।
विरोध स्वरूप किया कार्य बहिष्कार
डीओसी के कार्मिकों के साथ मारपीट के विरोध में बुधवार को वाल्मीकि समाज व नगर परिषद सफाईकर्मियों ने दोपहर दो से शाम पांच बजे तक सफाई कार्य का बहिष्कार किया।
डीओसी के कार्मिकों के साथ मारपीट के विरोध में बुधवार को वाल्मीकि समाज व नगर परिषद सफाईकर्मियों ने दोपहर दो से शाम पांच बजे तक सफाई कार्य का बहिष्कार किया।
ज्ञात रहे कि मंगलवार को सेशन कोर्ट के बाहर स्थिति मिठाई की दुकान के बाहर नगर परिषद दल व दुकानदार के बीच मारपीट हो गई थी। जिसमें दोनों पक्षों के पांच जने घायल हो गए थे। दोनों पक्षों ने परस्पर मामले दर्ज करवाए थे। नगर परिषद की ओर से दी गई रिपोर्ट में बताया कि पॉलीथिन थैलियां जब्त करने टीम मिठाई की दुकान पर पहुंची तो नाराज होकर दुकानदार ने मारपीट की। जबकि दूसरे पक्ष ने रिपोर्ट में बताया कि दस किलो मिठाई लेने के बाद रुपए नहीं दिए तथा मारपीट कर दी।