पाली के बांगड़ अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में उपचार ले रहे कोरोना मरीजों की रिपिट सैम्पल की रिपोर्ट भी दस दिनों तक नहीं आ रही है। कई मरीजों की रिपोर्ट नहीं मिलने पर उन्होंने दुबारा सैम्पल दिए और रिपोर्ट मंगवाई, तब जाकर उन्हें छुट्टी मिली। इसको लेकर अस्पताल स्टाफ व झगड़ा तक हो गया।
पाली के एक बैंक मैनेजर ने छह जुलाई को कोरोना जांच का सैम्पल दिया, उनकी रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली। उन्हें अपनी रिपोर्ट के लिए कहां सम्पर्क करना है, यह कोई नहीं जानता। बांगड़ अस्पताल से मेडिकल कॉलेज तक किसी को नहीं पता कि उनका सैम्पल कहां है। ऐसे कई लोग हैं, जिनका सैम्पल गायब है।
123 सैम्पल जयपुर में पिछले दस दिन से पेंडिंग है, अजमेर में भी सवा सौ सैम्पल कई दिनों से पेंडिंग है, इनकी रिपोर्ट कब आएगी, यह नहीं पता। यह सहीं है कि इतने विलम्ब से रिपोर्ट आना ठीक नहीं है, तब तक संदिग्ध उपचार भी ले लेता है। – डॉ. केसी अग्रवाल, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज, पाली।
पाली। कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों के बीच एक खुश खबर यह भी है कि जिले अब एक्टिस केस सिर्फ 259 ही है। सोमवार को 53 सैम्पल की जांच रिपोर्ट में से एक कोरोना से संक्रमित मरीज की पहचान हुई हैं। अब तक कुल 1506 कोरोना पॉजिटिव में से 1232 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। एक पॉजिटिव केस आया है जो जैतारण उपखण्ड क्षेत्र से है। सोमवार को रिकवरी के बाद 16 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। जिले में सोमवार को 2308 सैम्पल लिए गए।