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डेंगू-मलेरिया के डंक से आंशकित शहर, जिम्मेदारों को आंकड़े तक पता नहीं

अब भी तक मलेरिया के 141, डेंगू के 52 रोगी आए सामने

पालीOct 23, 2019 / 11:21 am

Om Prakash Tailor

डेंगू-मलेरिया के डंक से आंशकित शहर, जिम्मेदारों को आंकड़े तक पता नहीं

डेंगू-मलेरिया के डंक से आंशकित शहर, जिम्मेदारों को आंकड़े तक पता नहीं

पाली। बरसात थमे हुए एक माह से अधिक समय हो गया है लेकिन शहर
सहित जिले में कई जगह आज भी खाली भूखण्डों आदि में बरसाती पानी
भरा पड़ा है। जहां मच्छर पनप रहे है। जिससे आमजन को डेंगू,
मलेरिया की चपेट में आने का डर सता रहा है। आंकड़ों की बात
करे तो बांगड़ अस्पताल के पीएमओ को यह जानकारी तक नहीं है
कि अभी तक डेंगू व मलेरिया के कितने रोगी सामने आ चुके है।
कहने को तो उनकी टीम शहरी क्षेत्र में सर्वे कर रही है
लेकिन हकीकत यह है कि जिस मोहल्ले में डेंगू के संदिग्ध मिलते
है वहां जाकर सर्वे की कार्रवाई की महज खानापूर्ति की जाती है।
कुछ ऐसी ही स्थिति जिले में देखने को मिल रही है। बरसात के बाद
शहरी क्षेत्र के नया गांव, राजेन्द्र नगर विस्तार, मंडिया रोड
क्षेत्र, टेगोर नगर आदि क्षेत्रों में बरसाती पानी भरा पड़ा है तो
भूखण्डों में भी बरसाती पानी भरा पड़ा है। जिनकी निकासी को
लेकर अभी तक कुछ प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई। जिससें वहां
मच्छर पनप रहे है जो आमजन को डेंगू-मलेरिया का रोग दे रहे
है। जिले के सबसे बड़े बांगड़ अस्पताल की बात करे तो ओपीडी में
पहुंचने वाले मरीजों में 35 प्रतिशत मरीज बुखार से पीडि़त पहुंच
रहे है। रोजाना करीब चार-पांच डेंगू-मलेरिया के संदिग्ध
रोगी पहुंच रहे है। चिकित्सक भी एहतियातन संदिग्ध मरीजों की
डेंगू-मलेरिया टेस्ट लिख रहे है।
सीएमएचओ डॉ. आर.पी. मिर्धा ने बताया कि जनवरी से लेकर अभी तक डेंगू के 52 व मलेरिया के 141 मरीज सामने आए है। यह तो सरकारी आंकड़े है प्राइवेट पैथोलॉजी में जांच में सामने आए डेंगू-मलेरिया के रोगी इसमें शामिल नहीं है। जिला
कलक्टर ने भी जताई थी नाराजगीगत दिनों आयोजित जिलास्तरी बैठक
में जिला कलक्टर ने जिले में फैल रहे डेंगू-मलेरिया को लेकर
नाराजगी जताई थी। उन्होंने सीएमएचओ व पीएमओ को स त निर्देश
दिए कि वे इसकी रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाए। इसके साथ ही
नगर परिषद अधिकारियों को भी शहर क्षेत्र में प्रभावी रूप से
फोगिंग करने एवं जमा पानी में मच्छर न पनपे इसके लिए दवा डालने
के स त निर्देश दिए। बांगड़ में दो रोगी ओर हुए भर्ती बांगड़
अस्पताल में मंगलवार को भाटूंड गांव के दो रोगी भर्ती हुए। जांच
में उन्हें डेंगू होने की पुष्टि हुई। जिनका इलाज चल रहा
है। इसके साथ ही संदिग्ध चार-पांच मरीजों की डेंगू-मलेरिया की
जांच के लिए लिखा। जिला कलक्टर की आमजन को जागरूक रहने की
अपीलपाली. जिले में फैल रहे डेंगू को लेकर आमजन को जागरूक
रहने एवं सर्तक रहने की जिला कलक्टर ने अपील की। जिला कलक्टर
दिनेशचन्द जैन ने बताया कि डेंगू बुखार आम मच्छर जनित वायरस बीमारी
है जो संक्रमण से फैलती है। डेंगू बुखार में मरीज को तेज बुखार
आना, बदन टूटना, जोड़ो, हड्डियों व मांसपेशियों में दर्द, शरीर में
घबराहट, त्वचा पर लाल चकते व दाने होना, आंख के पीछे दर्द व थकान
होती है। इस मच्छर के दिन में काटने से डेंगू बुखार होता है। एडीज
मच्छर स्वच्छ, छायादार स्थिर पानी में अण्डे देता है। एडीज मच्छर के
शरीर पर काली व सफेद धारिया होती है। जिला कलक्टर ने आमजन से
अपील की है कि डेंगू बुखार से बचाव के लिए स्थिर पानी के जल स्त्रोतों
को हटाने के साथ ही मच्छर के प्रजनन स्थलों को मिटाया जाए। जूते,
मोजे एवं लंबी आस्तिन के कपड़ें पहने, शरीर को ढक कर रखें।
मच्छर भगाने वाले यंत्र व मच्छरदानी का उपयोग करें। दीवारों के बीच
के स्थान, फूलदान, पुराने टायर, बाल्टियां, गढ्डे, पानी के टैंक,
पालतू जानवरों के बर्तन, छत नाली बगीचे के उपकरण, अनुरक्षित
स्वीमिंगपूल को खाली रखें। इसके साथ ही बर्तनों, खाली बोतलों, ड्रम को
उल्टा करके रखे ताकि उनमें पानी का भराव न हो। घर के आस-पास
बीटी कीटनाशक का उपयोग करें। नालियों व पानी निकासी के स्थानों
पर रसायन का छिड़काव करें। उन्होंने बताया कि मरीज को बुखार
आने पर निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर चिकित्सक की सलाह के
अनुसार पूरा इलाज कराएं और लोगों में डेंगू से बचाव के संबंध में
जागरूकता पैदा की जाए।
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