scriptकोरोना के कहर से नहीं बजे गाजे-बाजे | Entered with social distancing | Patrika News
पाली

कोरोना के कहर से नहीं बजे गाजे-बाजे

ढोल की थाप व सोशल डिस्टेंसिंग के साथ किया प्रवेश
जैतपुरा में जैन संतों ने चातुर्मास के लिए किया प्रवेश
श्रावक-श्राविकाओं को नहीं किया गया एकत्रित

पालीJul 02, 2020 / 06:28 pm

Rajeev

कोरोना के कहर से नहीं बजे गाजे-बाजे

कोरोना के कहर से नहीं बजे गाजे-बाजे,कोरोना के कहर से नहीं बजे गाजे-बाजे,कोरोना के कहर से नहीं बजे गाजे-बाजे,कोरोना के कहर से नहीं बजे गाजे-बाजे,कोरोना के कहर से नहीं बजे गाजे-बाजे,कोरोना के कहर से नहीं बजे गाजे-बाजे,कोरोना के कहर से नहीं बजे गाजे-बाजे

पाली. कोरोना महामारी के कारण जैन संतों ने इस बार चातुर्मास प्रवेश में श्रावक-श्राविकाओं को नहीं आने दिया है। जैतपुरा में गुरुवार को आचार्य नित्यानंद सूरी, आचार्य जयानंद सूरी, आचार्य चिदानंद सूरी के साथ संतों व साध्वियों ने ढोल की थाप और थाली की झनकार के साथ प्रवेश किया। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा गया। श्रावक-श्राविकाओं के संतों के प्रवेश दर्शन की इच्छा रखने पर सोशल मीडिया पर लाइव व वीडियो बनवाकर पोस्ट किए गए। कुछ श्रावक-श्राविकाओं ने फोन पर ही संतों से आशीर्वाद लिया।
जैतपुरा मंदिर में पन्यास धर्मशीलविजय, गणि जयकीर्ति विजय, मुनि लक्ष्मीचंद विजय, मुनि मोक्षानंद विजय, मुनि पदमशील विजय, मुनि श्रुतानंद विजय, मुनि ज्ञानानंद विजय, मुनि तत्वानंद विजय, साध्वी पूर्ण प्रज्ञा, साध्वी चित्त प्रज्ञा, साध्वी हर्षित प्रज्ञा, साध्वी दिव्य प्रज्ञा, साध्वी दर्शन प्रज्ञा, साध्वी रश्मि प्रज्ञा ने प्रवेश किया। इस मौके रानी, खौड़, पाली व जैतपुरा के कुछ ट्रस्टी मौजूद थे।
हाथी-घोड़ा मंदिर में किए दर्शन

चातुर्मास प्रवेश के बाद गणि जयकीर्ति विजय, ज्ञानानंद विजय चातुर्मास के दौरान पयुर्षण पर्व की आराधना कराने से पूर्व का अनुष्ठान करने के लिए पाली आए। उन्होंने हाथी घोड़ा मंदिर में भगवान के दर्शन कर आत्मवल्लभ जैन उपाश्रय में अनुष्ठान किया। इसके बाद नवलखा मंदिर में भगवान के दर्शन किए। वहां जैन संत शीतरत्न विजय के स्वास्थ्य की जानकारी ली। संत शुक्रवार सुबह समुद्र विहार में दर्शन कर फिर जैतपुर के लिए विहार करेंगे।

Home / Pali / कोरोना के कहर से नहीं बजे गाजे-बाजे

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो