पाली का कपड़ा उद्योग, फालना का छाता और इलेक्ट्रोनिक्स उद्योग, जैतारण के सीमेंट प्लांट में काम शुरू नहीं हुआ है। श्रमिकों के पलायन करने के कारण सभी जगह परेशानी आ रही है। रॉ मेटेरियल की अनुपलब्धता और तैयार माल की खपत नहीं होने के कारण भी उद्यमी हिम्मत नहीं जुटा रहे हैं।
कपड़ा इंडस्ट्री ने जताई असमर्थता
सीइटीपी ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर 3 मई से पूर्व कपड़ा इकाइयां संचालित करने में असमर्थता जताई है। सीइटीपी अध्यक्ष अनिल गुलेच्छा और सचिव अरुण जैन का कहना है कि राज्य सरकार ने उद्योगों को संचालित करने की गाइड लाइन उद्यमियों को उपलब्ध करा दी, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में कोई भी उद्यमी इकाई संचालित करने के लिए सहमत नहीं हैं।
सीइटीपी ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर 3 मई से पूर्व कपड़ा इकाइयां संचालित करने में असमर्थता जताई है। सीइटीपी अध्यक्ष अनिल गुलेच्छा और सचिव अरुण जैन का कहना है कि राज्य सरकार ने उद्योगों को संचालित करने की गाइड लाइन उद्यमियों को उपलब्ध करा दी, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में कोई भी उद्यमी इकाई संचालित करने के लिए सहमत नहीं हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में छिटपुट रोजगार शुरू
ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे स्तर के कुछ काम-धंधे जरूर शुरू हुए हैं। हालांकि, उनकी संख्या में काफी कम है। पत्थर कटिंग की एक दर्जन इकाइयों में काम शुरू किया गया है। रोहट क्षेत्र की एक डामर इकाई भी सोमवार को संचालित की गई। कई जगह खेतों में काम करते हुए श्रमिक अवश्य देखे गए हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे स्तर के कुछ काम-धंधे जरूर शुरू हुए हैं। हालांकि, उनकी संख्या में काफी कम है। पत्थर कटिंग की एक दर्जन इकाइयों में काम शुरू किया गया है। रोहट क्षेत्र की एक डामर इकाई भी सोमवार को संचालित की गई। कई जगह खेतों में काम करते हुए श्रमिक अवश्य देखे गए हैं।
ऑयल मिल में 30 फीसदी श्रमिकों से शुरू हुआ काम
पाली जिले के रायपुर कस्बे में वितराग ऑयल मिल में सोमवार को काम शुरू हुआ। यहां कुल श्रमिकों में से तीस फीसदी श्रमिकों को ही बुलाया गया। मिल में प्रवेश करने से पूर्व श्रमिकों को हाथ धुलवाए और मास्क पहनाए गए। तत्पश्चात सेनेटाइज स्प्रे का छिडक़ाव कर उन्हें प्रवेश दिया गया। फैक्ट्री मालिक कमलेश बोहरा ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग की पालना भी की गई।
पाली जिले के रायपुर कस्बे में वितराग ऑयल मिल में सोमवार को काम शुरू हुआ। यहां कुल श्रमिकों में से तीस फीसदी श्रमिकों को ही बुलाया गया। मिल में प्रवेश करने से पूर्व श्रमिकों को हाथ धुलवाए और मास्क पहनाए गए। तत्पश्चात सेनेटाइज स्प्रे का छिडक़ाव कर उन्हें प्रवेश दिया गया। फैक्ट्री मालिक कमलेश बोहरा ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग की पालना भी की गई।
पाली की 17 इकाइयों ने मांगी संचालन की अनुमति
मॉडिफाइड लॉकडाउन की व्यवस्था को लेकर शहरवासी काफी असमंजस की स्थिति में रहे। इस कारण पुलिसकर्मियों ने फ्लेग मार्च किया। इधर, जिले की 17 औद्योगिक इकाइयों ने रीको के क्षेत्रीय प्रबंधक से इण्डस्ट्रीज प्रारंभ करने की अनुमति मांगी है। जिले की बड़ी सीमेंट इण्डस्ट्रीज को चालू करने की तैयारियां शुरू की गई है। राजकीय कार्यालयों में इ-मित्र केन्द्र खुल जाएंगे।
मॉडिफाइड लॉकडाउन की व्यवस्था को लेकर शहरवासी काफी असमंजस की स्थिति में रहे। इस कारण पुलिसकर्मियों ने फ्लेग मार्च किया। इधर, जिले की 17 औद्योगिक इकाइयों ने रीको के क्षेत्रीय प्रबंधक से इण्डस्ट्रीज प्रारंभ करने की अनुमति मांगी है। जिले की बड़ी सीमेंट इण्डस्ट्रीज को चालू करने की तैयारियां शुरू की गई है। राजकीय कार्यालयों में इ-मित्र केन्द्र खुल जाएंगे।