सोजत। शहर के राजकीय चिकित्सालय के परिसर में दो ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत किए गए थे। जिनमें एक प्लांट केंद्र सरकार के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) व दूसरा नगर पालिका की ओर से तैयार करवाया गया है, लेकिन प्लांट में 250 केवी का ट्रांसफार्मर व दोनों प्लांट के डीजी सेट आज तक उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। इन दोनों प्लांट से 75-75 ऑक्सीजन सिलेंडर भरे जाने की क्षमता है। ऐसे में डीआरडीओ द्वारा लगाए गए प्लांट के ऑक्सीजन गैस की लेबोरेट्री टेस्ट रिपोर्ट आ गई है। वहीं पालिका द्वारा लगाए गए प्लांट के ऑक्सीजन गैस के सेम्पल का लेबोरेट्री टेस्ट अभी तक नहीं कराया गया है।
जैतारण। राज्य सरकार ने एनआरएचएम के माध्यम से करीब 60 लाख की लागत से राजकीय चिकित्सालय परिसर में ऑक्सीजन प्लांट क ा निर्माण कराया। करीब 20-22 दिन पूर्व ऑक्सीजन प्लांट को शुरू कर ऑक्सीजन का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया था। जिससे प्लांट को शुरू किया जा सके, लेकिन उसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली है। चिकित्सालय प्रभारी डॉ. देवेन्द्र सोलंकी ने बताया कि प्लांट के ऑक्सीजन सेम्पल की रिपोर्ट आनी शेष है।
बाली। राजकीय चिकित्सालय में ऑस्ट्रेलिया की सामाजिक संस्था के सहयोग से करीब 50 लाख की लागत से ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हुआ। इसकी टेस्टिंग भी की जा चुकी है। विधायक पुष्पेंद्रसिंह राणावत के सहयोग से बने इस प्लांट को अब चिकित्सा विभाग ने चिकित्सालय परिसर के नए कमरे बनाकर लगाने का प्रस्ताव रखा है। इस कारण अभी तक प्लांट प्रारंभ नहीं किया गया है। पलंग तक ऑक्सीजन पाइप लाइन पहुंच गई, लेकिन वॉल्व नहीं लगाए गए।
तखतगढ़। कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में ऑक्सीजन प्लांट बनकर तैयार हो चुका है। वार्डों में प्रत्येक बेड तक कनेक्शन दिए गए हैं। प्लांट को तकनीकि विशेषज्ञों ने एक बार चालू करके ऑक्सीजन गैस का निर्माण कर गैस सिलेंडर को ऑक्सीजन की गुणवत्ता जांच के लिए जयपुर स्थित लेब भेजा है। वहां से गैस की गुणवत्ता रिपोर्ट आते ही प्लांट को चालू कर दिया जाएगा।