तिल व ग्वार की फसल तो पूरी तरह से खराब हो चुकी है। ज्वार व बाजरा की फसल आड़ी पड़ चुकी है। मूंग की फसल में भी पानी भर चुका है। किसानों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है
भंवरसिंह राणावत किसान, दूदौड़
अतिवृष्टि के कारण खराब हुई फसलों के बारे में बीमा कम्पनियों को सम्बंधित किसान को 72 घंटे में सूचना देना जरुरी है। इसके अलावा किसान कृषि विभाग के सहायक निदेशक, उपनिदेशक और संयुक्त निदेशक के यहां पर लिखित में नुकसान की जानकारी सात दिन में दे सकता है।
कृषि विभाग के उपनिदेशक जितेन्द्रसिंह शक्तावत ने बताया कि कृषि विभाग ने किसानों के लिए टोल फ्री नम्बर 18002660700 जारी कर दिए है। जिस पर किसान अपने खेतों में हुई नुकसान की जानकारी दे सकेंगे। फसल खराबे का आकलन करने के लिए पूरी टीम को निर्देश दे दिए है।
जिले में अतिवृष्टि से अलग-अलग फसलों में 10 से 50 प्रतिशत तक खराबा हुआ है। कृषि विभाग, बीमा कम्पनी व राजस्व विभाग मिलकर नुकसान का सर्वे करेंगे। अभी गांवों से प्रारम्भिक जानकारी आई है। तिल व ग्वार की फसलों में नुकसान ज्यादा है।
जितेन्द्रसिंह शक्तावत, उपनिदेशक कृषि विभाग विस्तार पाली
फसल बुवाई
बाजरा 29966
ज्वार 96493
मक्का 9605
मंूग 172556
मोठ 882
चवला 894
उड़द 1105
फसल बुवाई
अरहर 30
तिल 57881
मंूगफली 810
अरण्डी 4013
ग्वार 48789
कपास 8 287
अन्य 60878
पाली 761
सुमेरपुर 322.50
रानी 531
सोजत 597
रायपुर 588
कस्बे बारिश एमएम में
जैतारण 598
देसूरी 558
मारवाड़ जंक्शन 587
बाली 418
रोहट 538