सूरत जैसा हादसा पाली में हो जाए तो शहरी क्षेत्र में बनी बहुमंजिला इमारतों (कॉम्पलेक्स, अस्पताल, होटल, रेस्टोरेंट, मॉल आदि) में आगजनी से लोगों को बचाने के लिए किया व्यवस्था है इसकी जांच रविवार को राज्य सरकार के निर्देश पर की। शहरी क्षेत्र में बनी 11 इमारतों की जांच की लेकिन एक में भी फायर फाइटिंग सिस्टम लगा हुआ नहीं मिला। जिस पर उन्हें नोटिस देकर 15 दिन का समय दिया। इस अवधि में फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं लगाया गया तो उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञात रहे कि राजस्थान पत्रिका ने 25 मई के अंक में यहां पर भी बिगड़ी हुई हैं ‘सूरत’, सुरक्षा को ठेंगा दिखा रही बहुमंजिला इमारतें’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। जिसमें बताया था कि शहरी क्षेत्र में बनी अधिकतर बहुमंजिला इमारतों के मालिकों ने नगर परिषद से फायर फाइटिंग की एनओसी नहीं ले रखी है और न ही काफी नगर परिषद फायर बिग्रेड टीम से आगजनी की घटना को लेकर डेमो करवाया। कई बहुमंजिला इमारतों में नियम विरूद्ध बनी हुई है जिनमें न तो पर्याप्त पार्किंग की सुविधा है ओर न ही बायलॉज नियमानुसार सेट बेक छोड़ रखा है ओर स्वीकृति से भी ज्यादा निर्माण करवा रखा है। आगजनी की घटना इन इमारतों में होने की स्थिति में आग पर काबू पाने में नगर परिषद टीम को परेशानी का सामना करना पड़ेगा क्योंकि नगर परिषद के पास इस तरह की दमकल वाहन नहीं है जो तीन-चार मंजिल से ज्यादा ऊंचाई तक आगजनी की घटना होने पर उस पर काबू पा सके।
ज्ञात रहे कि राजस्थान पत्रिका ने 25 मई के अंक में यहां पर भी बिगड़ी हुई हैं ‘सूरत’, सुरक्षा को ठेंगा दिखा रही बहुमंजिला इमारतें’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। जिसमें बताया था कि शहरी क्षेत्र में बनी अधिकतर बहुमंजिला इमारतों के मालिकों ने नगर परिषद से फायर फाइटिंग की एनओसी नहीं ले रखी है और न ही काफी नगर परिषद फायर बिग्रेड टीम से आगजनी की घटना को लेकर डेमो करवाया। कई बहुमंजिला इमारतों में नियम विरूद्ध बनी हुई है जिनमें न तो पर्याप्त पार्किंग की सुविधा है ओर न ही बायलॉज नियमानुसार सेट बेक छोड़ रखा है ओर स्वीकृति से भी ज्यादा निर्माण करवा रखा है। आगजनी की घटना इन इमारतों में होने की स्थिति में आग पर काबू पाने में नगर परिषद टीम को परेशानी का सामना करना पड़ेगा क्योंकि नगर परिषद के पास इस तरह की दमकल वाहन नहीं है जो तीन-चार मंजिल से ज्यादा ऊंचाई तक आगजनी की घटना होने पर उस पर काबू पा सके।
आगजनी की घटना होने पर किया करें, दिया डेमो
नगर परिषद के फायर बिग्रेड टीम ने अग्रिशमन अधिकारी रामलाल गहलोत के नेतृत्व में रविवार को शहर के एक निजी अस्पताल में आगजनी की घटना होने पर किस तरह से उसे बुझाया जा सकता है तथा कैसे अपनी व दूसरों की जान बचा सकते है इसका डेमा दिया। अस्पताल के नर्सिंगकर्मी सहित कई जनों ने इसका प्रशिक्षण लिया।
नगर परिषद के फायर बिग्रेड टीम ने अग्रिशमन अधिकारी रामलाल गहलोत के नेतृत्व में रविवार को शहर के एक निजी अस्पताल में आगजनी की घटना होने पर किस तरह से उसे बुझाया जा सकता है तथा कैसे अपनी व दूसरों की जान बचा सकते है इसका डेमा दिया। अस्पताल के नर्सिंगकर्मी सहित कई जनों ने इसका प्रशिक्षण लिया।
इन इमारतों की जांच में मिली खामी
श्रीराम अस्पताल, केसर होटल, कृष्णा होटल, मिंट होटल, रॉयल पैलेस, मारवाड़ हेरिटेज होटल, महाबल बॉल, भगवती मॉल, मिर्ची रेस्टोरेंट, नीरज दीप होटल का नगर परिषद टीम ने निरीक्षण किया। जिसमें फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं लगे हुए थे।
श्रीराम अस्पताल, केसर होटल, कृष्णा होटल, मिंट होटल, रॉयल पैलेस, मारवाड़ हेरिटेज होटल, महाबल बॉल, भगवती मॉल, मिर्ची रेस्टोरेंट, नीरज दीप होटल का नगर परिषद टीम ने निरीक्षण किया। जिसमें फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं लगे हुए थे।