इन देशों के लिए शुरू हुई सेवा यह सेवा आस्ट्रेलिया महाद्वीप के लिए शुरू हुई है। इसके अलावा कम्बोडिया, हांगकांग, इन्डोनेशिया, जापान, मलेशिया, न्यूजीलैण्ड, फिलीपिन्स, सिंगापुर, साउथ कोरिया, थाइलैण्ड व वियतनाम देशों में सामान भेजने के लिए इस सेवा का उपयोग किया जा सकता है।
दो किलो तक की भेज सकते है सामग्री इस सेवा में दो किलो तक की सामग्री भेजी जा सकती है। इसमें प्रति सौ ग्राम के चार्ज के बाद प्रति 100 ग्राम अलग-अलग देशों के लिए 25 से 45 रुपए तक अतिरिक्त देने होंगे। इसके साथ ही विदेश भेजने जाने वाले पैकेट की साइज 90 सेमी. से अधिक नहीं होनी चाहिए।
इस तरह मिल सकती है छूट इस सेवा में छूट प्राप्त करने के लिए उपभोक्ता को डाकघरों से टाइअप करना होगा। इसके तहत 1 लाख रुपए तक की सामग्री भेजने पर किसी तरह की छूट नहीं दी जाएगी। इसके बाद दो लाख तक की सामग्री भेजने पर पांच प्रतिशत और इससे अधिक पर करीब 10 प्रतिशत छूट दी जाएगी।
ट्रैकिंग की सुविधा थी लचर इससे पहले विदेशों में सामान भेजने पर उस सामग्री के भारत से बाहर निकलने के बाद उसे ट्रेस करना मुश्किल होता था। डाक विभाग के अधिकारियों के अनुसार अलग-अलग देश में अलग-अलग नियम होने के कारण भी ट्रेकिंग सेवा बाधित रहती थी। सामग्री के तय स्थान पर पहुंचने की सूचना भी नहीं मिल पाती थी। यह समस्या नई सुविधा में नहीं होगी।
दामों की कमी हमने पाली व मारवाड़ जंक्शन डाकघरों में अन्तरराष्ट्रीय पार्सल ट्रैकिंग सेवा का सॉफ्टवेयर अपलोड कर बुकिंग शुरू कर दी है। यह सेवा पहले की तुलना में काफी सस्ती है। इससे पार्सल को लगातार ट्रैक किया जा सकता है।
तरुण शर्मा, सहायक डाक अधीक्षक, पाली