ग्रामीणों ने बताया कि उपरली नीमड़ी ग्राम में सौ परिवार निवास करते हैं। एक परिवार से कम से कम एक सदस्य को मनरेगा में काम मिलना चाहिए। प्रशासन की उदासीनता के कारण ग्रामीणों को काम के लिए भटकना पड़ रहा है। धनेसिंह रावत ने बताया कि मनरेगा में काम कोई करे और भुगतान किसी दूसरे के खाते में चला जाता है। 3 महीनों से शिकायत कर रहे हैं, लेकिन समाधान अब तक नहीं हुआ है। ऐसी कई समस्याए, मेटो की मनमानी, व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने की चेष्टा, जॉब कार्ड में धांधली, पंचायत कार्यालय को सप्ताह भर तक नहीं खोलना जैसी कई समस्याएं हैं।
जिसके ऊपर कोई ध्यान नहीं देता। प्रतापसिंह रावत ने बताया कि सोमवार तक समस्याओं का समाधान नहीं होने पर मारवाड़ जंक्शन उपखण्ड अधिकारी कार्यालय के सामने भूख हड़ताल की जाएगी। इस अवसर पर हिम्मतसिंह, लहरीदेवी, तुलसीदेवी, छगनीदेवी, सोनीदेवी, संकुदेवी, सुशीला, पिस्ता, मीरादेवी, चन्द्रदेवी, चक्रवर्तीसिंह, सरवन सिंह, ईश्वरसिंह, राडजालरा, डाऊसिंह, मनोहर सिंह, ओमसिंह, महेंद्रसिंह आदि उपस्थित थे।