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पाली

यहां महज पोस्टर तक सीमित नो मास्क-नो एंट्री

-कोरोना से बचाव के लिए मास्क जरूरी, लेकिन लोग बरत रहे लापरवाही-दुकानदारों ने पोस्टर तो लगाए, पालन खुद ही नहीं कर रहे

पालीOct 19, 2020 / 08:26 am

Suresh Hemnani

यहां महज पोस्टर तक सीमित नो मास्क-नो एंट्री

यहां महज पोस्टर तक सीमित नो मास्क-नो एंट्री

पाली। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश के साथ जिले में नो मास्क, नो एंट्री अभियान चल रहा है। दुकानों पर पोस्टर लगाए गए है, लेकिन सिर्फ औपचारिकता निभाने के लिए। शहर के किसी भी बाजार या दुकान पर इस नियम का पालन नहीं किया जा रहा है। शहर के सर्राफा बाजार, पुरानी सब्जी मण्डी, धानमण्डी, सूरजपोल चौराहा, पुराना बस स्टैण्ड, नवलखा रोड व मण्डिया रोड सहित सभी जगह दुकानदार बिना मास्क के ही सामान बेच रहे हैं। कई जगह पर तो पुलिसकर्मी के खड़े होने के बावजूद दुकानदार मास्क का उपयोग नहीं करते और ना ही ग्राहक को इसके लिए प्रेरित करते हैं। ऐसे ही हालात रविवार को दिखे। जब पत्रिका टीम ने शहर के बाजारों का रुख किया।
नजारा एक : सर्राफा बाजार
सर्राफा बाजार में किराणे की कतार में लगी दुकानों पर एक भी दुकानदार ने मास्क नहीं लगा रखा था। यहां सोशल डिस्टेंसिंग भी नहीं थी। इसके पास स्थित कटलों में भी मास्क या तो दुकानदार के गले में लटक रहा था या लगाया ही नहीं गया था। ग्राहक भी बिना मास्क सामान ले रहे थे।
नजारा दो : सूरजपोल
सूरजपोल पर पुलिस घुमटी के सामने ही एक फल विक्रेता बिना मास्क लगाए, ग्राहकों को सामग्री दे रहा था। ग्राहक भी बिना मास्क के फल व सब्जियां खरीद रहे थे। यहां से सोमनाथ जाने वाले मार्ग पर भी ऐसी ही स्थिति थी। पुरानी सब्जी मण्डी में भी कोई मास्क लगाना उचित नहीं समझ रहा था।
नजारा तीन – सूरजपाल चौराहा
सूरजपोल चौराहे से एक ट्रैक्टर में बच्चों के साथ महिलाएं व अन्य लोग बैठकर निकले। ट्रैक्टर की ट्रोली में काफी संख्या में महिलाएं व बच्चे बिना सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क के बैठे थे। इस ट्रैक्टर पर नगर परिषद के कचरा संक्रहण करना भी लिखा था। इसे भी किसी पुलिसकर्मी नहीं रोकना उचित नहीं समझा।
जीरो प्रतिशत रहती है आशंका
मास्क लगाने से कोरोना से काफी बचाव होता है। वल्र्ड हैल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार मास्क लगाने से आम व्यक्ति में कोरोना संक्रमण की दर को 80 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। वहीं हैल्थ वर्कस (जो चिकित्सालयों या संक्रमण के बीच कार्य करते हैं) उनमें 47 प्रतिशत तक संक्रमण रोका जा सकता है। मास्क लगाने पर वह पसीने से गीला नहीं होना चाहिए। ऐसा होने पर बैक्टीरिया संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग व बार-बार हाथा धोने आदि नियम का पालन भी जरूरी है। – डॉ. लक्ष्मण सोनी, सहायक आचार्य, मेडिकल कॉलेज, पाली

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