कोरोना के कारण नई सब्जी मण्डी में लोगों का प्रवेश तो रोक दिया गया है, लेकिन रामलीला मैदान में सब्जी के ठेले वाले खड़े रहते है। उनके बीच किसी तरह की सोशल डिस्टेंसिंग नहीं है। हालात यह है कि वहां सब्जी खरीदने वालों से लेकर बेचने वाले तक मास्क भी ढंग से नहीं लगा रहे है। इसके बावजूद उनको रोकने या टोकने वाला कोई नहीं है।
कोरोना लॉकडाउन के नियम पुलिसकर्मियों के सामने ही टूट रहे है। पुराना बस स्टैण्ड पर तो एक भी पुलिसकर्मी नहीं था। बाजार में पुलिसकर्मी तो थे, लेकिन किसी ने वहां दुकानदारों या ग्राहकों को गाइड लाइन का पालन करने को नहीं कहा। भूजिया सहित कपड़े की दुकानवाले भी सामग्री बेच रहे हैं। उनको भी नहीं रोका जा रहा है।
शहर के ऐसे हालात को देखते हुए कोरोना की चेन कैसे व कब टूटेगी। यह कहना मुश्किल होगा। जबकि पिछली लहर के मुकाबले इस लहर में मृतकों व संक्रमितों की संख्या कई गुना ज्यादा है। इसके बावजूद लोगों को परवाह नहीं है। जो इस महामारी को अधिक भयावह बना सकते हैं।