सिंदरू गांव निवासी भीखीदेवी (70) पत्नी मूलाराम मारू कुम्हार शनिवार सुबह नौ बजे तक घर से बाहर नहीं आई। पड़ोसी देखने पहुंचे तो दरवाजा खुला मिला। अंदर जाकर देखा तो वृद्धा मृत मिली। सूचना पर सुमेरपुर वृत्ताधिकारी अमरसिंह चम्पावत, सांडेराव थानाप्रभारी सीमा जाखड़, सुमेरपुर थानाप्रभारी सरोज बैरवा मौके पर पहुंचे। वृद्धा का शव सुमेरपुर अस्पताल की मोर्चरी में रखवा मुम्बई व गुजरात में रहने वाले उसके दोनों पुत्रों को सूचना दी। पुलिस ने बताया कि वृद्धा घर में अकेली ही रहती थी। हाथ रस्सी से बंधे हुए, गला घोंट कर की हत्यासुुमेरपुर वृत्ताधिकारी ने बताया कि वृद्धा के दोनों हाथ रस्सी से बांधकर गला घोंट कर उसकी हत्या की गई।
रात 11 बजे तक पड़ोसियों ने देखा था पुलिस ने बताया कि रात करीब 11 बजे तक वृद्धा घर के बाहर पड़ोसियों के साथ बातें करती रही। उसके बाद घर में जाकर सो गई। वृद्धा रोज सुबह छह से सात बजे के बीच घर से बाहर आ जाती थी। शनिवार सुबह नौ बजे तक भी वह घर से बाहर नहीं आई तो पड़ोसी उसके घर गए तो मामला सामने आया। मृतका घर में अकेली ही रहती थी उसके दोनों पुत्र पुखराज व दानाराम मुम्बई व गुजरात में कामकाज के सिलसिले में रहते थे।
शक की सुई परिचितों पर पुलिस की जांच में सामने आया कि वृद्धा के घर का दरवाजा खुला था। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि किसी परिचित या रिश्तेदार ने आवाज देकर दरवाजा खुलवाया। बाद में वृद्धा के दोनों हाथ बांध गला घोंट उसकी हत्या कर दी।