फिर मुसीबत खड़ी हो गई। अब सभी हाथा-जोड़ी में लगे हुए हैं। शांत रहने वाले टाइगर ने भी फरमान निकाल दिया, अब बर्दाश्त नहीं होगा। जो करेगा, वह भरेगा। फिर क्या, सभी ठिकाणेदार हो गए सजग। पुराने है जो सुलझाओ और नई मुसीबत से बचो। सभी ठिकाणेदार भी अब दुआ कर रहे हैं कि बस टाइगर शांत रहे, नहीं तो कहीं ठोर नहीं मिलेगी।
मिट्टी उगल रही सोना
इन दिनों मिट्टी का धंधा ठीक चल रहा है, मिट्टी सोना उगल रही है। ठिकाणेदारों ने भी आंखें बंद कर रखी है, मिट्टी सोने के भाव जा रही है। जहां निकलो वहां भारी-भरकम गाड़ी दिख ही जाएगी। सीमेंट फैक्ट्रियों के आस-पास के तीन ठिकाणों में इन दिनों यहीं कामकाज चल रहा है।
इन दिनों मिट्टी का धंधा ठीक चल रहा है, मिट्टी सोना उगल रही है। ठिकाणेदारों ने भी आंखें बंद कर रखी है, मिट्टी सोने के भाव जा रही है। जहां निकलो वहां भारी-भरकम गाड़ी दिख ही जाएगी। सीमेंट फैक्ट्रियों के आस-पास के तीन ठिकाणों में इन दिनों यहीं कामकाज चल रहा है।
मिट्टी रूपी ये सोना आजकल पड़ोस के जिलों व शेखावटी तक भेजा जा रहा है। सब चुप है, यह समझ से परे हैं। बड़ी-बड़ी बातें करने वाले भी यह बात आती है तो मौन धारण कर लेते हैं। सबसे बड़ी खपत में मुख्यालय भी पीछे नहीं हैं। अब रोके कौन। मुख्यालय के तीन ठिकाणों पर बिराजे तीन स्टार वाले तीनों साहब लोग दावा तो करते है कि रात में नाकों पर नाकाबंदी करते हैं। लेकिन यह नाकाबंदी सिर्फ आमजन के लिए है, ‘मिट्टी के गाडों’ के लिए नहीं।
तेल का खेल भी खूब चला
राजधानी रोड पर बॉर्डर पर बने ठिकाणे में पाइप लाइन के तेल का खेल खूब चला। सुरसुरी है कि खेल की जानकारी भी थी, लेकिन चुप रहे। बातें जब बाहर निकली तो दहीबड़ा नगरी वाले साहब के हाथ-पांव फूलने लगे।
राजधानी रोड पर बॉर्डर पर बने ठिकाणे में पाइप लाइन के तेल का खेल खूब चला। सुरसुरी है कि खेल की जानकारी भी थी, लेकिन चुप रहे। बातें जब बाहर निकली तो दहीबड़ा नगरी वाले साहब के हाथ-पांव फूलने लगे।
बात ऊपर तक भी पहुंची, खैर खेल तो बंद हो गया, लेकिन जिन्होंने खेल में पहले बैटिंग की, इनमें अपनों को अंगुली दिखाकर छोड़ दिया है। सुरा की गाडिय़ां हो या मिट्टी की, सब वहीं से ही आती-जाती है। खबर तक नहीं आती। दो स्टार वाले साहब पर अब सबकी नजर है। देखते है अब ठिकाणे के साहब डंडा चलाते है या नहीं।