बांगड़ चिकित्सालय में लगी सीटी स्कैन मशीन 17 साल पहले एक करोड़ दस लाख रुपए की लागत से लगाई गई थी। जो हर पन्द्रह-बीस दिन में खराब हो जाती है। अभी यह मशीन पिछले काफी दिनों से खराब थी। ऐसे में मरीजों को सीटी स्कैन कराने के लिए जोधपुर या निजी चिकित्सालयों में जाना पड़ रहा था। ये हालात पिछले करीब दो साल से है। सीटी स्कैन में पिछले दिनों आई गडबड़ी 30 सितम्बर की शाम ठीक हुई। इस पर शनिवार को सीटी स्कैन शुरू की गई।
सोनोग्राफी करने के लिए चिकित्सालय के सोनोग्राफी कक्ष में दो तथा एक गायनिक विभाग में मशीन लगी है। सोनोग्राफी करने के लिए एक विशेषज्ञ चिकित्सक के साथ एक अन्य चिकित्सक है। इनमें से शनिवार को एक चिकित्सक पाली से बाहर गए हुए थे। एक ही चिकित्सक सोनोग्राफी कर रहे थे। जो आधे समय गायनिक विभाग व आधे समय सामान्य सोनोग्राफी कक्ष में बैठे। ऐसे में मरीज इंतजार ही करते रहे। ये स्थिति अस्पताल में अधिकांश समय रहती है।
चिकित्सालय में एक ही सीटी स्कैन मशीन है, जो बार-बार खराब हो जाती है। मरीजों को परेशानी नहीं हो, इसके लिए निजी संस्थानों में सीटी स्कैन के लिए अनुबंध कर रहे हैं। इसका आदेश जल्द निकाल दिया जाएगा। सोनोग्राफी में एक ही विशेषज्ञ चिकित्सक होने के कारण आगे की तारीख देनी पड़ रही है। –डॉ. पीसी व्यास, अधीक्षक, बांगड़ चिकित्सालय, पाली