पुलिस के अनुसार एसडीएम रोहिताशसिंह तोमर ने रिपोर्ट दी कि 1997 में पटवारी परीक्षा पाली के भंसाली कन्या कॉलेज में मनोहरलाल कुड़ी ने परीक्षा दी थी। जिसका चयन पटवारी पद पर हुआ। 1998 में मनोहरलाल को जैतारण के बांजाकुड़ी पटवार सर्कल में पटवारी पद पर नियुक्ति दी गई।
वर्ष 2000 में जिला कलक्टर को शिकायत मिली थी कि आरोपी मनोहरलाल ने पटवारी परीक्षा में अपनी जगह किसी अन्य व्यक्ति को बैठा कर सरकारी नौकरी हासिल की। इसकी विभागीय स्तर पर जांच कराई गई। जबकि राजस्व बोर्ड अजमेर ने भी जांच कराई, इसमें आरोपी के अन्य दस्तावेज व हस्ताक्षर की एफएसएल जांच कराई गई। पुलिस अब मामले की जांच कर रही है।