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उम्मीदों को झटका: जनता ने दिए वोट, फिर भी सपनों पर चोट

राजस्थान का रण: विधानसभा चुनाव 2018-बूथों पर पहुंची पत्रिका टीम: जहां मिले सर्वाधिक वोट जाना वहां का हाल, जो हारे वो तो पलटकर आए ही नहीं, जीतने वालों ने भी किया मायूस

पालीSep 04, 2018 / 10:52 am

Suresh Hemnani

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उम्मीदों को झटका: जनता ने दिए वोट, फिर भी सपनों पर चोट

पाली। हर एक चुनाव में मतदाता इस उम्मीद से अपना प्रतिनिधि चुनता है कि चुनाव जीतने के बाद वह क्षेत्र की कायापलट करेगा। मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति करेगा और समस्याओं से निजात दिलाएगा। अपने क्षेत्र की आवाम की आवाज बनेगा। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव की गणित देखें तो मतदाताओं ने कई बूथों पर भाजपा व कांग्रेस को भरपूर वोट दिए। इसके बावजूद उनकी उ मीदें धराशायी ही रही। जीतने के बाद जनप्रतिनिधियों ने यहां के मतदाताओं की सुध तक नहीं ली। हारने वाले प्रत्याशियों ने तो कभी सूरत हीं नहीं दिखाई। जीतने वालों ने भी कभी-कभार ही रुख किया।
पत्रिका ने ऐसे कई बूथ क्षेत्रों की पड़ताल की, जहां वर्ष 2013 के चुनाव में प्रत्याशियों में जीत का अंतर काफी बड़ा। यहां के मतदाताओं का कहना है कि भाजपा को जितनी उम्मीद के साथ वोट दिए, वह पूरी नहीं हुई। ऐसे बूथ जहां कांग्रेस ने बढ़त ली, यहां के मतदाताओं को तो विकास की उम्मीद ही नहीं रही। इधर, दोनों ही पार्टियों को चिंता इस बात की है कि पिछले जिन बूथों पर सरताज रहे थे, इस बार कैसे पार पाएंगे। इसके लिए भाजपा और कांग्रेस बूथ मैनेजमेंट पर पूरा जोर दे रही है। वर्ष 2013 के चुनाव में जिन मतदान केन्द्रों पर हार मिली थी, वहां पर विशेष फोकस किया जा रहा है।
जिले में न हालात बदले और न मुद्दे
अधिकांश विधानसभा क्षेत्रों में बिजली, पानी, सडक़ जैसे मुद्दे फिर इस चुनाव में सामने होंगे। सरकार के लाख दावों के बावजूद सडक़ों के हालात सबके सामने हैं। हालांकि कई जगह काम भी हुए हैं, लेकिन पूरे हालात नहीं बदल पाए। चुनाव में ये मुद्दे फिर जोर पकड़ेंगे। आमजन मूलभूत सुविधाओं के लिए अब भी तरस रहा है। पाली में प्रदूषण की समस्या हो चाहे मारवाड़ जंक्शन में क्षतिग्रस्त सडक़ें और जैतारण को जवाई बांध का पानी पिलाना, अभी दूर की कौड़ी बना हुआ है।
भाजपा लहर में भी कई बूथों पर कांग्रेस थी सरताज

वर्ष 2013 के चुनाव में भाजपा की लहर थी। जिले की सभी सीटों पर कांग्रेस को मात खानी पड़ी थी। बावजूद इसके कांग्रेस कई मतदान केन्द्रों पर भाजपा से आगे रहीं। इस बार भाजपा का सर्वाधिक ध्यान ऐसे ही मतदान केन्द्रों पर हैंए जहां पिछले चुनाव में वह पिछड़ गई।। भाजपा ने ऐसे पोलिंग बूथों की सूची अलग से तैयार की है। सभी विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव की तैयारियों के साथ ही विशेष बूथ वाले क्षेत्रों में भाजपा प्रदेश व केन्द्र सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन को भुनाने का प्रयास करेगी। वहीं कांग्रेस की ओर से भी बूथ स्तर तक रणनीति को मबजूत करने का दावा किया जा रहा है। कार्यकर्ताओं के जरिए प्रदेश व केन्द्र सरकार की विफलताओं के बारे में आमजन को रूबरू कराने का दावा किया जा रहा है।
कांग्रेस: बूथ को कर रहे मजबूत
-प्रोजेक्ट शक्ति के माध्यम से बूथ को मजबूत किया जा रहा है। हर बूथ पर दस से पन्द्रह लोगों की टीम गठित की गई है। यह टीम बूथ के लोगों से नियमित मेलजोल बढ़ा रही है और उन्हें कांग्रेस की विचारधारा से अवगत कराया जा रहा है। पिछले चुनाव में जहां कमजोर प्रदर्शन रहा, ऐसे बूथों पर विशेष फोकस किया जा रहा है। कांग्रेस के पर परागत वोट बैंक को भी जोड़ा जा रहा है। बूथ गौरव अभियान के दौरान भी कार्यकर्ताओं को बूथ मजबूत करने के लिए प्रेरित किया। -चुन्नीलाल चाड़वास, जिलाध्यक्ष
भाजपा: हर बूथ पर मॉनिटरिंग
– हर बूथ पर मॉनिटरिंग की जा रही है। प्रत्येक बूथ पर 21 लोगों की टीम है। इसमें अध्यक्ष, महामंत्री के अलावा विभिन्न वर्गों के लोग है। पन्ना प्रमुख और पेज प्रमुख भी बूथ पर हर मतदाता से सम्पर्क करते हैं। हर बूथ पर शक्ति केन्द्र अलग से मॉनिटरिंग कर रहा। युवा, महिला, सेवानिवृत कार्मिक इत्यादि विभिन्न वर्गों को भी पार्टी से जोडऩे का काम किया जा रहा है। ऐसे बूथ जहां पिछले चुनाव में हम कम वोट ले पाए, वहां बैठकें ली जा रही है। कमजोर बूथों को मजबूत करने पर विशेष फोकस है। -करणसिंह नेतरा, जिलाध्यक्ष
समस्याएं यथावत
-ऐसी कई समस्याएं अभी भी विद्यमान है, जिनका समाधान होना चाहिए था। पाली की आर्थिक स्थिति लगातार कमजोर हो रही है। यहीं कारण है की सरकारी की उपेक्षा के चलते व्यापारी परेशान है। -नवीन मेहता, उद्यमी, पाली
कोई समाधान नहीं
-शहर में सीवरेज की समस्या यथावत बनी हुई है। सडक़ों की समस्या का समाधान नहीं हो पाया। मुख्यमंत्री की बजट घोषणा में स्वीकृत सडक़ भी नहीं बनीं है। अतिक्रमण से आमजन परेशान है। -संतोषकुमार शर्मा, जैतारण
महंगाई कर रही बेहाल
-कई योजनाओं में फायदा तो मिला, लेकिन महंगाई से आमजन परेशान है। सरकार से उम्मीद है कि वह महंगाई पर अंकुश लगाए। इससे आमजन को राहत मिल सके। -गीतादेवी सोनी, गृहिणी, रायपुर
विधानसभा चुनाव 2013: बूथवार भाजपा-कांग्रेस को सबसे ज्यादा वोट कहां
सुमेरपुर (भाजपा)
वोट बूथ नंबर
841 167
742 182
697 36
659 170
654 169
सुमेरपुर (कांग्रेस)
वोट बूथ नंबर
565 3
480 149
434 154
425 177
417 175
मारवाड़ जंक्शन (भाजपा)
वोट बूथ नंबर
695 268
542 97
539 108
535 280
534 76
मारवाड़ जंक्शन (कांग्रेस)
वोट बूथ नंबर
603 161
527 167
504 148
486 146
466 271
बाली (भाजपा)
वोट बूथ नंबर
735 214
672 281
645 210
633 209
632 213
बाली (कांग्रेस)
वोट बूथ नंबर
717 113
664 78
628 114
617 283
598 184
जैतारण (भाजपा)
वोट बूथ नंबर
897 119
747 117
735 124
577 118
577 97
जैतारण (कांग्रेस)
वोट बूथ नंबर
535 81
530 126
505 26
498 91
491 20
सोजत (भाजपा)
वोट बूथ नंबर
648 88
590 86
549 85
543 152
539 62
सोजत (कांग्रेस)
वोट बूथ नंबर
555 70
546 69
539 120
487 228
481 105
पाली (भाजपा)
वोट बूथ नंबर
782 114
742 115
736 158
730 110
679 100
पाली (कांग्रेस)
वोट बूथ नंबर
887 165
872 194
861 162
718 123
715 164

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