तीन तारे लगे तो आए बारी टोपी वाले महकमे में तीन तारे लगाने के लिए कई दो स्टार वाले साहब मेहनत में लगे हैं। इनके लिए दुआ करने वाले और भी कई है। जिन्हें ठिकाणे की कुर्सी नहीं मिली अब वे दुआ कर रहे हैं कि मेहनत करने वाले सभी के तीन तारे लग जाए और यहां कुर्सी खाली हो। अब यह तो मेहनत और किस्मत का खेल है। लेकिन ठिकाणे की कुर्सी की कशमकश कभी बंद ही नहीं होती। देखते है कौन जीतता है यह रेस।
चौकसी क्या जांची, कइयों की उम्मीद जग गई
कप्तान ने रात में ठिकाणों की चौकसी जांची, कोई सोता हुआ मिला तो कोई खाली हाथ था। ठिकाणेदारों में हड़कंप मच गया। कइयों को फरमान भी मिले। अभी और चौकसी जांची जाएगी, जहां नहीं गए, उनका भी नम्बर आएगा। इस बीच गलियारों में बातें बाहर आई तो किसी ने सुगबुगाहट छोड़ दी कि जिनको फरमान मिले, उनके ठिकाणे भी बदले जाएंगे। फिर क्या, सफेदपोश वाले हो गए शुरू, हर कोई अपना नाम आगे करने लग गया। कप्तान भी चौंक गए, भई चौकसी जांची है, ठिकाणे नहीं बदलने है। लेकिन नेताजी के क्या, मौका चाहिए, भले ही वह अच्छा हो बुरा।
कप्तान ने रात में ठिकाणों की चौकसी जांची, कोई सोता हुआ मिला तो कोई खाली हाथ था। ठिकाणेदारों में हड़कंप मच गया। कइयों को फरमान भी मिले। अभी और चौकसी जांची जाएगी, जहां नहीं गए, उनका भी नम्बर आएगा। इस बीच गलियारों में बातें बाहर आई तो किसी ने सुगबुगाहट छोड़ दी कि जिनको फरमान मिले, उनके ठिकाणे भी बदले जाएंगे। फिर क्या, सफेदपोश वाले हो गए शुरू, हर कोई अपना नाम आगे करने लग गया। कप्तान भी चौंक गए, भई चौकसी जांची है, ठिकाणे नहीं बदलने है। लेकिन नेताजी के क्या, मौका चाहिए, भले ही वह अच्छा हो बुरा।