दिल्ली के नांगलोई में 1 व 2 फरवरी को योग विश्व कप 2020 का आयोजन किया गया था, जिसमें भारत के साथ नेपाल, साउथ अफ्रीका, भूटान, म्यांमार, तिब्बत समेत विभिन्न देशों के 360 से ज्यादा प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। योगा नेशनल कोच धर्मवीर सिंह ने बताया कि राजस्थान के जोधपुर जिले के मथानिया गांव से ललित भारती, प्रीतेश शर्मा व पाली की कुसुम राठौड़ तथा मुक्तसर साहिब के गुरबिंदर सिंह ने एक ही टीम में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया। विजेता खिलाडिय़ों को खेल मंत्री अरुण ठाकरे तथा स्पोट्र्स क्लब अध्यक्ष कृष्ण कुमार के हाथों स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया गया।
पीएम ने दी बधाई, बेस्ट इयर अवार्ड से भी सम्मानित चारों विजेता खिलाडिय़ों ने PM Narendra Modi से मुलाकात की। मोदी ने बधाई देते हुए योग को विश्व स्तर पर पहुंचाने के लिए हौसला बढ़ाया। केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री शेखावत ने भी विजेता टीम का दिल्ली में स्वागत किया। केन्द्रीय खेल मंत्री किरण रिजूजी ने भी चारों खिलाडिय़ों को बधाई दी। इधर, फाइव स्टार वेलफेयर स्पोट्र्स क्लब ने चारों खिलाडिय़ों को 2019-2020 का बेस्ट इयर अवार्ड भी दिया है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जीता था स्वर्ण पदक परमानंद योग विश्वविद्यालय व योगा थेरेपी एसोसिएशन अमरीका की तरफ से आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग प्रतियोगिता में कुसुम राठौड़ व ललित भारती ने एडवांस योग में प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया। जोधपुर के ललित भारती व पाली की कुसुम राठौड़ व पंजाब के गुरविंदर सिंह को 2019 में योग क्षेत्र का श्रेष्ठतम पुरस्कार भारतीय योग रतन से भी नवाजा जा चुका है। कुसुम ने योग में जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय लाडनूं से पीजी किया है।
योग में बना चुके हैं विश्व रिकॉर्ड
योग की खेचरी मुद्रा में चारों अपना एक घंटा 32 मिनट का विश्व रिकॉर्ड बना चुके हैं। खेचरी मुद्रा योग की सर्वश्रेष्ठ व सबसे कठिन मुद्रा है जिसे हर साधक प्राप्त करने का प्रयास करता है।
सरपंच रहीं, अब महिलाओं की रोल मॉडल पाली जिले के गुड़ा रामसिंह निवासी कुसुम राठौड़ सरपंच भी रहीं है। सरपंच रहते हुए उन्होंने महिलाओं को योग के प्रति जागरूक किया। वह महिलाओं के लिए रोल मॉडल बन कर उभरी है। सरपंच पद पर रहते हुए भी योग के क्षेत्र में निरंतर प्रयास किया। एनसीसी की अंडर ऑफिसर भी रहीं। कुसुम बैडमिंटन में राज्य स्तर व क्रिकेट में राष्ट्रीय स्तर पर भी खेल चुकी है।
गांव में भी खुशी का माहौल
कुसुम के दादा अर्जुन सिंह, पिता विक्रम सिंह के साथ ही परिजन जितेंद्र सिंह, सूर्यभान सिंह, प्रवीण सिंह, भूपेंद्र सिंह मगर तालाब, कृष्णपाल सिंह, कृपाल सिंह सहित परिजनों व ग्रामीणों ने भी कुसुम की इस सफलता पर खुशी का इजहार किया।