बालिया बालिका विद्यालय में माता सरस्वती का पूजन करने के बाद विद्यार्थियों को अध्ययन शुरू करवाया गया। बालिकाओं को हाथ सेनेटाइज कराने के बाद प्रवेश दिया गया। कक्षा कक्षों में किसी भी बालिका को मास्क नहीं उतारने दिए गए। बालिकाएं पानी की बोतल भी साथ लाई। बच्चों के बीच कम से कम चार से पांच फीट की दूरी रखी गई।
चीमाबाई संचेती स्कूल में कक्षा नौ में 28 व दस के 30 बच्चे है। इनमें से क्रमश: 10 व 11 बच्चे स्कूल आए। जिनको हाथ सेनेटाजर करने के बाद कक्षा में बैठाया गया। बच्चों को कक्ष में कोई चीज एक-दूसरे को नहीं देने के लिए पहले ही कह दिया गया था। बच्चों को कोरोना गाइड लाइन के अनुसार दूर-दूर बैठाया गया।
इस स्कूल में बच्चों को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद प्रवेश दिया गया। एक बच्चे का तापमान अधिक आने पर उसे ठीक होने पर आने का कहकर घर भेजा गया। स्कूल में कक्षा ग्यारह व बारह को एक तरफ व नौ व दस के बच्चों को दूसरी तरफ बैठाया गया। सर्दी के कारण कुछ बच्चों को एक ऊंचे चबूतरे पर बैठाकर भी अध्ययन करवाया गया।
हमारी स्कूल में गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन किया गया। बच्चियों को दूर-दूर बैठाने के साथ पूरी समय में मास्क नहीं उतारने दिया। उनको सामान भी एक-दूसरे को देने से मना किया था। –सुनिता जोनवाल, प्रधानाचार्य, बालिया स्कूल
बच्चों में स्कूल आने का काफी उत्साह रहा। उनके आने से पहले स्कूल को सेनेटाइज करवाया था। अभी हमारे यहां दो कक्षा ही है। बच्चों को मास्क लगाने पर ही प्रवेश दिया है। –राजेश रामावत, प्रधाध्यापक, चीमाबाई संचेती स्कूल
एक कक्षा के एक सेक्शन के दो कर दिए है। एक कक्ष में 25 से अधिक बच्चों को नहीं बैठाया है। बच्चों को स्कूल आते ही हाथ सेनेटाइज करवाया। स्कूल सेनेटाइज कराने के लिए भी मशीन लाई है। –राहुल कुमार राजपुरोतित, प्रधानाचार्य, पुलिस लाइन स्कूल
कई दिनों से कर रहा था इंतजार
स्कूल आने का पिछले कई दिनों से इंतजार कर रहा था। आज स्कूल आया तो दोस्तों से मिला। हमारे सर ने पढ़ाई भी शुरू करवा दी। यहां बहुत अच्छा लग रहा है। –आनन्द, विद्यार्थी, कक्षा बारहवीं
इतने दिन तक ऑनलाइन पढ़ाई कर रहा था, लेकिन घर पर दो घंटे से अधिक नहीं पढ़ पाता था। अब स्कूल में पूरे समय पढ़ सकेंगे। यहां शिक्षक समस्या का समाधान भी तुरन्त करेंगे। इससे लाभ होगा। –चन्द्रप्रकाश, विद्यार्थी, कक्षा बारहवीं
जिले के सरकारी स्कूलों में 85 हजार से अधिक बच्चों का नामांकन है। जो कक्षा नौ से बारहवी तक पढ़ रहे है। इनमें से पहले दिन 40 हजार 821 विद्यार्थी पहुंचे। इनमें बाली ब्लॉक के 58 स्कूल में 3925, देसूरी के 40 स्कूल में 2951, जैतारण के 56 स्कूल में 4577, पाली के 42 स्कूल में 2993, मारवाड़ जंक्शन के 61 स्कूल में 6211, रानी के 44 स्कूल में 3599, रोहट के 37 स्कूल में 3072, रायपुर के 49 स्कूल में 5296, सोजत के 63 स्कूल में 3212 तथा सुमेरपुर के 48 स्कूल में 4987 विद्यार्थी आए।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रहलाद सहाय नागा ने राजकीय माध्यमिक विद्यालय आवासन मण्डल का निरीक्षण किया। कक्षा कक्षों में मास्क, सेनेटाइजर, सोशल डिस्टेंसिंग आदि के बारे में जानकारी ली। इस दौरान संस्था प्रधान शांतिलाल सोनी, जया कर्मचंदानी, विक्रमसिंह परिहार, लक्ष्मण गौड़ आदि मौजूद रहे।
पाली। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से सोमवार को बांगड़ महाविद्यालय में प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों का तिलक लगा कर व गुड़ खिलाकर मुंह मीठा कराया गया। साथ ही विद्यार्थियों का स्वागत किया गया। इस मौके पर हितेश सांखला, अनन्या ठाकुर, अभिजीत वर्मा, बलवंसिंह, दीपक वैणव व शांतुनु शर्मा सहित कई जने मौजूद थे।