ऐसे मकानों में बिजली कनेक्शन कराने के लिए सरकार ने इसका रास्ता़ निकाला। जिसके तहत सौभाग्य योजना के तहत सोलर लाइट लगाने का निर्णय किया। डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता घनश्याम चौहान ने जिले की सभी ग्राम पंचायतों से ऐसे मकानों की सूची मांगी जो वन क्षेत्र से सटी हैं और वहां आज तक बिजली कनेक्शन नहीं हुआ है। इस सूची के आधार पर एक हजार से अधिक ऐसे मकान सामने आए जहां बिजली नहीं है।
डिस्कॉम ने सूची बनाकर सरकार के पास भेजी। सरकार ने पाली जिले में 800 मकानों में सोलर कनेक्शन की अनुमति दी। जिसमें सर्वाधिक 400 कनेक्शन बाली क्षेत्र में स्वीकृत हुए हैं। सौभाग्य योजना के प्रभारी एक्सईएन महेश व्यास ने बाली तहसील के आदिवासी बाहुल्य ढाणियों से शुरूआत की। अब तक सोजत व बाली तहसील क्षेत्र में 200 सोलर कनेक्शन कर दिए गए हैं। रायपुर, बाली, सोजत सहित अन्य क्षेत्र में 600 कनेक्शन शीघ्र ही किए जाने हैं।
डिस्कॉम द्वारा ये सोलर कनेक्शन निशुल्क किए जा रहे हैं। प्रत्येक मकान में सोलर लाइट का कनेक्शन कर पांच एलइडी बल्ब व एक पंखा लगाया जा रहा है। प्रति कनेक्शन पर सरकार 35 हजार रुपए खर्च कर रही है। ये सोलर लाइट की बैट्री 200 वॉट का बैकअप दे रही है। जो उन परिवारों के लिए पर्याप्त है।
वन क्षेत्र से सटी ढाणियों में हम सौभाग्य योजना के तहत सोलर कनेक्शन कर रहे हैं। जिले में 800 कनेक्शन स्वीकृत हुए थे। हमने अब तक 200 कनेक्शन करवा दिए हैं। शेष कनेक्शन का कार्य जारी है। अब तक बिजली कनेक्शन नहीं होने से लोग उम्मीद छोड चुके थे। अब सोलर कनेक्शन के साथ एलइडी बल्ब व पंखा पाकर वे लोग काफी उत्साहित है। -महेश व्यास, एक्सइएन एवं प्रभारी सौभाग्य योजना, डिस्कॉम, पाली