दरअसल जोधपुर जिले के झंवर थाना इलाके में स्थित एक गांव में रहने वाले चेलाराम और गांव में ही रहने वाली बबली के बीच अफेयर चल रहा था। परिवार शादी को तैयार नहीं था तो चेलाराम और बबली घर से भाग गए। उन्होनें करीब डेढ़ महीने पहले शादी कर ली। उधर बबली के परिवार वालों ने झंवर थाने में मिसिंग की रिपोर्ट दी तो पुलिस ने जयपुर से बबली को दस्तयाब कर लिया।
बबली ने पुलिस के सामने बयान दिया कि वह बालिग है और अपने माता-पिता के साथ नहीं जाना चाहती। उसने शादी कर ली है और वह अपने पति के साथ रहना चाहती है। पुलिस ने बबली के परिजनों को कानून का पाठ पढ़ाया और बबली को परेशान नहीं करने की चेतावनी दे दी। उसके बाद दोनो पाली जिले की इंद्रा कॉलोनी में चले गए और वहां जाकर किराये पर रहने लगे।
पिछले सप्ताह बबली और चेलाराम में झगड़ा हो गया। चेलाराम ने बबली को सिर्फ इतना कहा था कि सवेरे ग्यारह बजे तक सोकर उठना अच्छा नहीं है। बबली ने इस बात को लेकर झगड़ा कर लिया और अपने पिता को कहा कि मुझे आकर ले जाओ। उसी रात बबली के दो भाई कार लेकर जोधपुर से पाली आ गए। जीजा चेलाराम और बहन बबली को कार में बिठा लिया और कहा कि सब गिले शिकवे खत्म कर परिवार आपको अपनाना चाहता है। चेलाराम भी खुश हो गया।
पता चला जोधपुर जिले में प्रवेश करते ही चेलाराम को पेड़ से बांधकर उसके सालों ने बुरी तरह से पीटा और उसकी नाक को चाकू से काटकर अलग कर दिया। चेलाराम ने बड़ी मुश्किल से अपने भाई को फोन किया और बाद में चेलाराम को जोधपुर में अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां उसकी नाक की सर्जरी की गई है। इस मामले में अब पुलिस ने बबली के भाई सुनील और दिनेश को अरेस्ट किया है। कुछ और साथियों की तलाश जारी है।