डीएसपी डॉ. हेमंतकुमार जाखड़, सीआई भाटी ने बताया कि पिछले दो दिनों पूर्व प्रार्थी रणसी गांव बोरूंदा जोधपुर निवासी हसन अली पुत्र इंसाफ मिरासी ने रिपोर्ट दी थी कि ट्रक को मेड़ता से कपास भरकर अहमदाबाद के लिए रवाना हुआ था, लेकिन फाइनेंस की किश्तें न भरने से मैं दो दिन घर पर ही रूक गया। किश्त का पेमेंट करने के बाद 21 नवंबर रात में रणसी गांव से रवाना होकर सोजत हाईवे स्थित एक होटल पर खाना खाने के बाद बाहर देखा तो ट्रक को अज्ञात चोर चोरीकर ले गए थे। जिस पर सीसीटीवी फुटेज खंगाले पर पुलिस द्वारा तफ्तीश करने आरोपितों से पूछताछ करने पर ट्रक में भरी रूई की गांठों को बेचकर रुपए हड़पने, फाइनेंस कंपनी से ट्रक उठाने के लिए मेरी ट्रक से 92 में से 69 रूई की गांठों को बेच दी गई।
आरोपितों द्वारा शेष बची 23 गांठों सहित ट्रक को सोजत के सूनसान इलाके में ले जाकर जला दिया गया ताकि किसी को शक नहीं हो तथा आगजनी का हादसा लगे जिससे ट्रक इंश्योरेंस क्लेम भी उठा सके। पुलिस ने इस प्रकरण में रणसी गांव बोरूंदा जोधपुर निवासी हसन अली (25) पुत्र इंसाफ मिरासी व साकेत नगर ब्यावर निवासी कमल जैन (43) पुत्र विजयराज जैन को गिरफ्तार किया है। इस मामलें में दो अन्य आरोपी बावरली जोधपुर निवासी हकीम पुत्र अहमद मिरासी, रणसी गांव निवासी जीतु पुत्र समबुजी माली फरार चल रहे है। जिनकी पुलिस तलाश में जुटी हुई है। वारदात के राजफाश में पुलिस द्वारा की गई गठित टीम में सीआई भाटी, प्रेमसिंह, बींजाराम, किशोरसिंह, बींजाराम, रामदयाल व जोराराम का सहयोग मिला।
भाटी ने बताया कि आरोपित द्वारा अपने ऊपर कर्ज हो जाने की वजह से ट्रक में भरी हुई रूई की गांठों को बेचकर रुपए हड़पने एवं फाइनेंस कम्पनी से ट्रक का फाइनेंस उठाने के लिए ट्रक में भरी हुई रूई की गांठों का गबन करने की नीयत से अपने ट्रक को हाईवे से दूर सूनसान जगह पर ले जाकर ट्रक को जलाकर थाने में ट्रक चोरी की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।