कोतवाल गंगाराम खावा ने बताया कि गुुरुवार को बैंक के वेल्यूवर शक्ति नगर निवासी अनिल गुप्ता पुत्र माधवप्रसाद गुप्ता व खारड़ा (रोहट) निवासी हेमराज गर्ग पुत्र प्रकाशचंद गर्ग को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि जांच में बैंक के वेल्यूवर अनिल गुप्ता को झूठे उपयोगिता प्रमाण पत्र बनाकर ऋणी को जारी करने का दोषी पाया गया। उन्होंने बताया कि उनकी रिपोर्ट पर बैंक ने लाखों रुपए के ऋण जारी किए। खारड़ा निवासी हेमराज के नाम सुमंगल इन्टरप्राइज फर्म है। इस फर्म में ऋणधारकों की ३८ लाख रुपए की राशि जमा हुई। उक्त राशि का उसने कहा उपयोग किया इसको लेकर उसे भी दोषी मानते हुए गिरफ्तार किया। मामले में बैंक के तीन अधिकारियों को भी आरोपी माना है। हाइकोर्ट में उन्होंने रिट पिटिशन लगाई है, इस पर कोर्ट ने यह फाइल भी पुलिस से मंगवाई है।
जिसने रिपोर्ट दी वह भी पुलिस जांच में बना आरोपी
11 लाख रुपए में भूखण्ड सहित मकान बनाकर देने के मामले में एजेंट भरत पालीवाल के खिलाफ खारड़ा (रोहट) निवासी हेमराज गर्ग, पुराना हाउसिंग बोर्ड पाली निवासी कमलेश पुत्र नरेन्द्र शर्मा सहित १२ जनों ने कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया था। पुलिस जांच में हेमराज के नाम से फर्म में ऋण की ३८ लाख रुपए जमा होना सामने आया। जिस पर उसे भी गिरफ्तार किया गया। जबकि हकीकत यह है कि हेमराज एजेंट भरत पालीवाल के यहां नौकरी करता था। जिसे झांसे में लेकर भरत पालीवाल ने उनके नाम से फर्म खोली व बैंक एकाउंट खुलवाया। ऋण की राशि हेमराज के नाम से खुलवा। एकाउंट में राशि जमा करवाई। जिसका उपयोग भी भरत ही करता था।