जलस्रोतों पर दिखी वन्यजीवों की झलक, वन्यजीवों की संख्या में बढोतरी के संकेत
Wildlife census in Kumbhalgarh Wildlife Sanctuary : सादडी। कुम्भलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य सहित सामाजिकी वानिकी वनक्षेत्र में वाटर हॉल्स सेंसस पद्धति से वन्यजीव गणना मंगलवार को सम्पन्न हुई। विभाग से चिन्हित कृत्रिम प्राकृतिक वाटर हॉल्स पर 24 घण्टे के दौरान पैंथर, भालू, हाइना, जंगली ***** सहित शाकाहारी, मांसाहारी, रेप्टाइल्स व पक्षी वर्ग प्रजातियों के जीव दिखे। प्रारंभिक रुझान में शाकाहारी, मांसाहारी, पक्षी व रेप्टाइल्स प्रजाति के वन्यजीवों में इजाफा होने के संकेत मिल रहे हैं। अभयारण्य की 5 रेंज के 156 वॉटर हॉल्स पर एक साथ वन्यजीव गणना सम्पन्न हुई। मौसम ने भी साथ निभाया। वाटरहॉल्स पर वन्यजीवों की चहल पहल देख गणक खुश दिखे। कुम्भलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य की 5 रेंज झीलवाड़ा, देसूरी, सादडी, कुम्भलगढ़ व बोखाडा रेंज के विभाग से चिन्हित 156 कृत्रिम प्राकृतिक वॉटर हॉल्स पर वन्यजीव गणना मंगलवार सुबह 8 बजे सम्पन्न हुई। गणक पैंथर, भालू, जंगली *****, सियार, सिवेट, सेही सहित शाकाहारी, मांसाहारी पक्षी व रेप्टाइल्स प्रजाति जीवों को देख रोमांचित नजर आए। सुरक्षा संसाधन के अभाव बावजूद कहीं से कोई अनहोनी के समाचार नहीं मिले। गणना के दौरान इन जलस्त्रोत बिंदुओं पर बनी बैठक, ओदिया एवं मचान पर बैठकर गणक ने 24 घण्टे के दौरान पानी पीने पहुंचने वाले वन्यजीवों की गणना की।
रेंजर सादडी किशनसिंह राणावत, रेंजर देसूरी भैरूसिंह राठौड़, रेंजर बोखाडा जयंतीलाल, रेंजर झीलवाड़ा देवेन्द्र पुरोहित, रेंजर कुम्भलगढ़ किशोरसिंह, वनपाल बाबूलाल विश्नोई, वरदाराम मेघवाल, अन्तरकंवर, ललितसिंह, वनरक्षक ईश्वरसिंह चौहान, भेराराम विश्नोई सहित कार्मिकों ने मॉनिटरिंग की। इस बार सादडी रेंज में 12 जलस्रोत पर ट्रेप कैमरा लगाए गए थे। इसके अलावा देहरादून से आए दल के 5 सदस्य ने भी 200 अधिक कैमरे लगाकर ट्रांजिक्ट लाइन व साइन सर्वे किया।
वन्यजीवों में इजाफा होने के संकेत बुद्ध पूर्णिमा को तय कार्यक्रम अनुसार कुम्भलगढ़ वन क्षेत्र की 5 रेंज में 156 कृत्रिम प्राकृतिक वाटर होल्स पर यह गणना सम्पन्न हुई। जिसमें 300 से अधिक गणक ने भाग लिया। दो साल बाद हुई गणना के प्रारंभिक रुझान उत्साहजनक मिले। शाकाहारी, मांसाहारी वन्यजीवों में इजाफा होने के संकेत मिले। – भैरूसिंह राठौड़, कार्यवाहक सहायक वन संरक्षक, देसूरी
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