मंदिर में गुजारी रात
टैंकर पर बैठकर आए मथुरा निवासी सडक़ निर्माण कार्य करने वाले एक श्रमिक ने बताया कि साधन नहीं मिलने के कारण रविवार को जोधपुर से पैदल निकले। रात एक मंदिर में गुजारी। सोमवार सुबह फिर पैदल रवाना हुए। इसी बीच तेल के एक टैंकर के रुकने पर उसमे सवार होकर निकले। उन्हें निमाज पुलिस चौकी के पास उतार दिया गया। यहां कुछ देर विश्राम के बाद सरकार को कोसते फिर अपनी मंजिल की ओर पैदल ही रवाना हो गए।
गौरतलब है कि मारवाड़ क्षेत्र में निर्माण कार्य व सडक़ निर्माण में बाहर से मजदूर आते हैं। लेकिन कोरोना वायरस के कारण अचानक सरकार की ओर से लॉकडाउन कर दिया गया। ऐसे में ये मजदूर यहीं अटककर रह गए। जिससे अब उनके समक्ष भोजन व निवास का संकट उत्पन्न हो गया है। ऐसी स्थिति में कोई साधन नहीं मिलनेे पर इन गरीब मजदूर परिवारों ने पैदल ही अपना सफर शुरू कर दिया। पिछले दो-तीन दिनों से कई परिवार यहां से पैदल रवाना हुए। मजदूरों ने बताया कि उनके लिए यहां रोजगार नहीं था। ऐसे में भोजन व आवास के संकट के कारण उन्हें परेशानी हो रही थी। इसी को लेकर उन्होंने अब पैदल ही अपने घरों की तरफ जाने का निश्चय किया। सरकार की ओर से भी उनके लिए साधनों की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है।
साहब हमारी फोटो तो मत खींचो
राजमार्ग पर अपने घरों की ओर पैदल जा रहे मजदूरों से पत्रिका संवाददाता ने हालात जानने चाहे तो श्रमिकों ने फोटो न लेने की विनती की। साथ ही उन्हें किसी तरह अपने-अपने घरों तक पंहुचा देने का आग्रह करने लगे। बाद में राजमार्ग पर से बिस्किट आदि लेकर आगे बढ़ गए।