जिले में 18 प्लस के वैक्सीन की साइट पर सेशन खुलने का बुधवार को तो युवा इंतजार ही करते रहे। सीएमएचओ कार्यालय या आरसीएचओ की ओर से यह जानकारी तक किसी से साझा नहीं की गई कि वैक्सीन नहीं होने के कारण सेशन साइट गुरुवार को नहीं दी जा रही है। दूसरी तरफ जिले में मौजूद करीब 500 वैक्सीन के डोज के लिए डिस्कॉम व एक अन्य विभाग के कार्मिकों के लिए आरक्षित कर दिया गया। उनके लिए साइट भी तय दी गई।
रजिस्टे्रशन की प्रक्रिया ऑनलाइन होने के कारण कोई भी व्यक्ति किसी भी टीका लगवा सकता है। यह व्यवस्था ग्रामीणों के लिए परेशानी बन गई है। जोधपुर समेत आसपास के शहरों से भी लोग ग्रामीण इलाकों में शेड्यूल बुक करा देते हैं। स्थानीय ग्रामीण बुकिंग के लिए इंतजार ही करते रहते हैं। टीके की उपलब्धता कम होने के कारण सभी सेंटर चंद मिनटों में ही बुक हो जाते हैं। शहरों में भी यही परेशानी आ रही है।
पाली ञ्च पत्रिका. जिले में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू किया गया था। उस समय 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के वैक्सीन लगाई गई। इसके बाद 45 साल से अधिक के लोगों को वैक्सीन लगने लगी। अब तक जिले में 3 लाख 29 हजार 712 लोगों ने वैक्सीन का प्रथम डोज लगाया है। जबकि दूसरा डोज 76 हजार 598 जनों ही लगवाया है। इधर, दूसरी समस्या यह है कि जो लोग दूसरी डोज लगवाना चाहते है। उनको सेशन साइट से यह कहकर लौटाया जा रहा है कि वैक्सीन नहीं है या आपने कोविशील्ड वैक्सीन लगाई थी। अभी हमारे पास कोवैक्सीन है। कोविशील्ड आने पर लौटकर आइएगा। इस कारण लोग बांगड़ चिकित्सालय व अन्य सेंटर के चक्कर लगा रहे हैं।
किसी साइट पर कौनसी वैक्सीन लगाई जानी है। इसकी जानकारी भी वैक्सीनेशन प्रभारी व कार्यालय की ओर से साझा नहीं की जा रही है। इस कारण दूसरी डोज लगवाने वाले जब सेशन साइट पर पहुंचते है तो वहां लगे शिक्षा विभाग के कार्मिक उनको वापस लौटा देते हैं। सेशन साइट पर कौनसी वैक्सीन लगाई जा रही है। यह किसी जगह अंकित नहीं किया जा रहा है।
इतनों ने लगवाया प्रथम डोज -4 लाख 6 हजार 310
इतनों ने लगवाया दूसरा डोज -76 हजार 598
60 वर्ष से अधिक का वैक्सीनेशन – 1 लाख 74 हजार 53
45 से 59 वर्ष तक का वैक्सीनेशन – 1 लाख 20 हजार 863
30 से 45 साल तक का वैक्सीन – 21 हजार 556
18 से 30 साल तक का वैक्सीन – 13 हजार 134
कोविशील्ड इतनी आई – 3 लाख 99 हजार 113
कोवैक्सीन इतनी आई – 7 हजार 197